रतलाम। यूरोप की एक लड़की जिसका नाम 'बारबोरा' है, भारत के मध्यप्रदेश राज्य के उज्जैन शहर में सरकारी बीएड कॉलेज में बच्चों को पढ़ाने का तरीका सिखाने आई थी। एक टूर के दौरान इंदौर में उसकी मुलाकात रतलाम के विकास बैरागी से हुई। 21 सितंबर 2013 को हुई इस मुलाकात ने लड़की के दिल में ऐसी जगह बनाई कि 2015 में वो फिर भारत आई और दिल्ली के संजय वन में विकास बैरागी को शादी के लिए प्रपोज कर दिया। लव स्टोरी तो शुरू हो गई लेकिन शादी के लिए परिवार तैयार नहीं था। 4 साल लम्बे संघर्ष के बाद अंतत: प्यार की जीत हुई। दोनों ने SDM कार्यालय में रजिस्टर्ड शादी कर ली है।
पढ़ाने के लिए INDIA आई थीं यूरोपियन गर्ल
यूरोप के चेक गणराज्य के प्राग जिले के द्राहलीन शहर की बारबोरा (29) वहां शिक्षा मंत्रालय में एनालिस्ट हैं। बारबोरा 2013 में उज्जैन के सरकारी बीएड कॉलेज में बच्चों को पढ़ाने का तरीका सिखाने आई थीं। इस दौरान वह 10 महीने यहां रही। विकास के बड़े भाई सरकारी शिक्षक राकेश उज्जैन से बीएड कर रहे थे। वहां से एजुकेशन टूर इंदौर गया तो साथ में विकास चला गया, जहां बारबोरा से उसकी मुलाकात हुई। विकास ने 12वीं तक जावरा में पढ़ाई की। इंदौर से इंजीनियरिंग और बैंगलुरू से मास्टर डिग्री की।
परिवार को मनाने में 4 साल लग गए
नोएडा में पिरामिड आईटी कंस्लटिंग कंपनी में टेक्निकल रिक्रूटर विकास बैरागी ने बताया, हम दोनों ने शादी करना तय कर लिया लेकिन दोनों के घरवालों को समझाने में कई साल लग गए। सेवानिवृत पटवारी पापा हीरादास बैरागी ने साफ कह दिया था यह नहीं हो सकता, देश, पहनावा, खान-पान, बोली सब अलग है। बारबोरा का परिवार भी शुरू में स्वीकार नहीं कर पाया लेकिन जब हम अड़े रहे और हमने दोनों परिवारों को बताया कि यह कोई फेसबुक पर हुआ प्यार नहीं है, हम शादी करना चाहते हैं, साथ रहना चाहते हैं। वक्त लगा लेकिन सब मान गए। शादी में बारबोरा के पिता मेलान सेलेनहोस्की, मां मेरी, भाई पीटर, विकास की मां कृष्णादेवी, साथी राजकुमार चावड़ा मौजूद रहे।