भोपाल। सीएम कमलनाथ द्वारा पिछले दिनों मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक पद से हटाए गए ऋषि कुमार शुक्ला आईपीएस को पीएम नरेंद्र मोदी ने सीबीआई में डायरेक्टर बना दिया है। माना जा रहा है कि यह सीएम कमलनाथ को करारा जवाब है। श्री ऋषि कुमार शुक्ला 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। बताया जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने उनकी सीधी नियुक्ति की है।
एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली चयन समिति की दूसरी बार बैठक हुई थी। इसके बाद बताया गया था कि इसमें जांच एजेंसी के डायरेक्टर की नियुक्ति पर कोई फैसला नहीं हो पाया। शनिवार को कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने शुक्ला के नाम को मंजूरी दी। सीबीआई निदेशक के तौर पर उनका कार्यकाल चार्ज लेने के बाद से दो साल के लिए रहेगा।
एक दिन पहले SUPREME COURT ने जताई थी नाराजगी
सीबीआई निदेशक की नियुक्ति में देरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को नाराजगी जताई थी। जस्टिस अरुण मिश्रा और नवीन सिन्हा की बेंच ने केंद्र सरकार से कहा था कि यह पद संवेदनशील है, इस पर लंबे समय तक अंतरिम निदेशक की नियुक्ति करना सही नहीं है। अब तक स्थाई निदेशक की नियुक्ति हो जानी चाहिए थी। सरकार यह क्यों नहीं कर रही? तब सरकार ने कोर्ट को बताया था कि चयन समिति की बैठक के बाद जल्द ही नियुक्ति कर दी जाएगी। एम नागेश्वर राव को अंतरिम निदेशक बनाए जाने के निर्णय के खिलाफ प्रशांत भूषण के एनजीओ कॉमन कॉज ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
बेनतीजा रही थी चयन समिति की बैठक
सीबीआई डायरेक्टर के चयन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई दूसरी बैठक में भी किसी नाम पर फैसला नहीं हो सका था। बैठक में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई और कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे। सूत्रों ने कहा कि केंद्र की ओर से जावेद अहमद, रजनीकांत मिश्रा, एसएस देसवाल, शिवानंद झा के नाम आगे बढ़ाए गए थे। लेकिन कांग्रेस के नेता खड़गे ने उन पर आपत्ति जताई। बैठक बेनतीजा खत्म हो गई। इससे पहले 24 जनवरी की बैठक भी बेनतीजा रही थी।
ग्वालियर के निवासी हैं नए CBI प्रमुख
शुक्ला मूलत: ग्वालियर के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती पोस्टिंग सीएसपी रायपुर हुई। वे दमोह, शिवपुरी और मंदसौर जिले के एसपी रहे। इसके अलावा 2009 से 2012 तक एडीजी इंटेलिजेंस भी रह चुके हैं। जुलाई, 2016 से जनवरी, 2019 तक मध्यप्रदेश के डीजीपी थे। राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद उन्हें मप्र पुलिस हाउसिंग बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया था।
अभिषेक मिश्रा मामले में कमलनाथ ने शुक्ला को हटा दिया था
सीएम कमलनाथ के लिए सोशल मीडिया का काम करने वाले अभिषेक मिश्रा को पिछले दिनों दिल्ली पुलिस ने सर्जिकल स्ट्राइक के जैसी कार्रवाई करके मध्यप्रदेश पुलिस को सूचना दिए बिना गिरफ्तार कर लिया था। सीएम कमलनाथ चाहते थे कि कार्रवाई में शामिल दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया जाए परंतु डीजीपी शुक्ला ने ऐसा करने से इंकार कर दिया था। कहा जा रहा है कि इसी के चलते डीजीपी शुक्ला को हटा दिया गया था।