कर्नाटक के कोलार की तरह मध्यप्रदेश के सिंगरौली इलाके में भी जमीन के नीचे अकूत स्वर्ण भंडार का पता चला है। एक अनुमान के अनुसार यह करीब 7.2 मिलियन टन या इससे भी ज्यादा हो सकता है। इसकी खोज भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण की मप्र इकाई के वैज्ञानिकों ने की है। यह भारत देश के लिए बड़ी उपलब्धि है जो देश की समृद्धि में सहायक होगा।
केंद्रीय खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि यहां लगभग 7.2 मिलियन टन सोने का भंडार है। यहां खनन की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। गौरतलब है कि भारत में अभी सिर्फ कर्नाटक में ही सोने का खनन होता है। केंद्रीय खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की मप्र इकाई की ओर से कराए गए सर्वेक्षण में राज्य के तीन जिलों में बड़ी मात्रा में खनिज संपदा के प्रमाण मिले हैं।
इससे राज्य के खजाने को 5 हजार 240 करोड़ रुपए की रायल्टी मिलेगी। तोमर ने कहा कि टीकमगढ़ (अविभाजित) जिले के पृथ्वीपुर तहसील क्षेत्र के भूगर्भ में लौह अयस्क बड़ी मात्रा में मिला है। इसके अलावा बैतूल जिले में 2.74 मिलियन टन जस्ता अयस्क और चार मिलियन टन ग्रेफाइट अयस्क के भंडार का पता चला है।
उन्होंने बताया कि जीएसआई के महानिदेशक डॉ. दिनेश गुप्ता की देखरेख में राज्य के भू-वैज्ञानिकों द्वारा भूगर्भ में दबी खनिज संपदा की खोज की जा रही है। इस संबंध में पांच खनिज ब्लॉक की खोज की रिपोर्ट हाल ही में जीएसआई ने भारत सरकार के खान मंत्रालय को सौंपी है। भारत सरकार ने यह रिपोर्ट मप्र सरकार को भी भेजी है।
केंद्रीय खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि यहां लगभग 7.2 मिलियन टन सोने का भंडार है। यहां खनन की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। गौरतलब है कि भारत में अभी सिर्फ कर्नाटक में ही सोने का खनन होता है। केंद्रीय खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की मप्र इकाई की ओर से कराए गए सर्वेक्षण में राज्य के तीन जिलों में बड़ी मात्रा में खनिज संपदा के प्रमाण मिले हैं।
इससे राज्य के खजाने को 5 हजार 240 करोड़ रुपए की रायल्टी मिलेगी। तोमर ने कहा कि टीकमगढ़ (अविभाजित) जिले के पृथ्वीपुर तहसील क्षेत्र के भूगर्भ में लौह अयस्क बड़ी मात्रा में मिला है। इसके अलावा बैतूल जिले में 2.74 मिलियन टन जस्ता अयस्क और चार मिलियन टन ग्रेफाइट अयस्क के भंडार का पता चला है।
उन्होंने बताया कि जीएसआई के महानिदेशक डॉ. दिनेश गुप्ता की देखरेख में राज्य के भू-वैज्ञानिकों द्वारा भूगर्भ में दबी खनिज संपदा की खोज की जा रही है। इस संबंध में पांच खनिज ब्लॉक की खोज की रिपोर्ट हाल ही में जीएसआई ने भारत सरकार के खान मंत्रालय को सौंपी है। भारत सरकार ने यह रिपोर्ट मप्र सरकार को भी भेजी है।