भोपाल। CM कमलनाथ सरकार को कांग्रेस विधायकों ने घेर लिया है। विधानसभा के बजट सत्र में कुल 727 प्रश्न आए हैं। इनमें से अधिकांश प्रश्न कांग्रेस के विधायकों द्वारा पूछे गए हैं। इनमें कांग्रेस विधायकों ने पूछा है कि व्यापमं घोटाले की जांच के लिए 'जन आयोग' अब तक क्यों नहीं बनाया गया। बता दें कि कमलनाथ ने ही व्यापमं घोटाले की निष्पक्ष जांच के लिए जन आयोग बनाने की बात कही थी।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार का पहला बजट सत्र 18 से 21 फरवरी तक होने जा रहा है। विधानसभा के बजट सत्र के लिए प्रश्न लिए जाने की तारीख खत्म होने तक 727 प्रश्न आए हैं। इनमें से अधिकांश प्रश्न कांग्रेस के विधायकों द्वारा पूछे गए हैं। कांग्रेस विधायकों ने भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए घोटालों की जांच के लिए जन आयोग के गठन न होने को लेकर सवाल पूछे हैं। इस आयोग को पिछली सरकार के कार्यकाल में हुए घोटालों की जांच करना है। विधायकों ने वर्ष 2008 से 2018 के बीच भाजपा कार्यकाल में हुए व्यापमं, डंपर, गृह निर्माण समिति, गेहूं खरीदी, गेहूं परिवहन, ई-टेंडरिंग और नर्मदा नदी के किनारे पौधरोपण में हुए घोटाले में अब तक हुई कार्रवाई से संबंधित प्रश्न पूछे हैं।
कमलनाथ सरकार को बजट सत्र में पांच महीने के खर्च के लिए जहां लेखानुदान पास करवाना होगा। वहीं, मंत्रियों को विधायकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जवाब देकर उनको संतुष्ट करना होगा। तय प्रक्रिया के अनुसार पहले दिन लेखानुदान पेश होगा और उस दिन की कार्रवाई स्थगित हो जाएगी। इसके बाद के तीन दिनों में लेखानुदान को पारित कराए जाने के साथ प्रश्नकाल होगा जिसमें विधायकों द्वारा प्रश्न पूछे जाएंगे।