एक लड़की गर्भवती थी परंतु उसे पता ही नहीं चला। उसमें गर्भावस्था के कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए। बेबी बंप भी नहीं बना। कुछ दिनों पहले सिर में तेज दर्द हुआ। उसने दर्द की दवा ली और बिस्तर पर सोने चली गई और नींद के साथ ही कोमा में चली गई। 4 दिन बाद जब उसकी नींद खुली तो वो मां बन चुकी थी।
18 साल की एबनी स्टीवेंसन को इस बात का ज़रा भी एहसास नहीं हुआ कि वह प्रेग्नेंट है। 2 दिसंबर 2018 को जब वह बीमार महसूस करने लगीं तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया। 6 दिसंबर को जब वह नींद जागी तब तक वह एक बच्ची को जन्म दे चुकी थीं। कॉलेज में स्पोर्ट्स फिज़ियोथेरेपी पढ़ रहीं एबनी का न तो बेबी बंप डेवलप हुआ न ही उन्हें किसी भी तरह के लक्षण दिखे जिससे उन्हें पता चले कि वह प्रेग्नेंट हैं। उन्हें मालूम ही नहीं था कि उसका अजन्मा बच्चा उसके दूसरे गर्भाशय में पल रहा है। यहां तक कि उन्हें और उनकी मां को इस पता ही नहीं था कि एबनी के दो यूट्रस हैं।
2 दिसंबर को सिर दर्द के कारण कई दौरे पड़ने के बाद एबनी को रॉयल ओल्डहैम अस्पताल, ग्रेटर मैनचेस्टर में ले जाया गया। जहां वह कोमा में चली गई। डॉक्टर्स ने उसके कई टेस्ट किए जिनसे मालूम हुआ कि एबोनी प्रीक्लेम्पसिया से पीड़ित थी, जिसके कारण दौरे पड़ते थे। साथ ही पता चला कि वह प्रेग्नेंट भी थी। डॉक्टर्स मे तुरंत ये बात उसकी मां को बताई साथ ही बताया कि एबोनी के बच्चे को तुरंत सही तरीके से डिलीवर करने की ज़रूरत है।
3 दिसंबर को उसके इमरजेंसी सिजेरियन किया गया और उसने सुबह 1.32 बजे एक बच्ची को जन्म दिया। जब एबोनी को 6 दिसंबर को होश आया तब उसे पता चला कि उसने एक बच्ची को जन्म दिया है और अब वह मां बन चुकी है। कोमा से निकलने के बाद एबोनी बस ये याद रहा कि वह सिर दर्द की वजह से 2 दिंसबर को रात साढ़े 8 बजे सोने गई थी। उसके बाद उसके साथ क्या हुआ उसे कुछ भी नहीं पता चला।
बता दें 3000 में से एक महिला दो यूट्रस के साथ पैदा होती हैं। इस तरह की स्थिति को यूट्रस डिडेलफिस कहा जाता है। ऐसे में एक यूट्रस नॉर्मल काम कर रहा होता है जिसमें नॉर्मल पीरियड्स हो रहे होते हैं जबकि दूसरे यूट्रस में भ्रूण विकसित हो रहा होता है।