नरसिंहपुर। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय (DEO) नरसिंहपुर मध्य प्रदेश के उन गिने चुने जिलों में शामिल है जहां पर अध्यापक (ADHYAPAK) संवर्ग के छठवें वेतनमान (Sixth pay scale) के फल स्वरुप अर्जित एरियर राशि की प्रथम किस्त का भुगतान पूरा साल गुजर जाने के बाद भी नहीं किया जा सका है।
कभी सेवा पुस्तिका और वेतनमान निर्धारण के जिला पंचायत से लेखाधिकारी से अनुमोदन का बहाना कभी बंटन खत्म हो जाने का का रोना और कभी डीडीओ द्वारा बिल ना डालने की बात कहना ऐसे रटे रटाए जुमलों से अध्यापकों को बार-बार संकुल कार्यालयों से टरकाया गया। जिला सचिव मध्य प्रदेश शिक्षक संघ सत्य प्रकाश त्यागी (Satya Prakash Tyagi) का कहना है कि हद तो तब हो गई जब माह सितंबर में टीएल बैठक में मामला जाने के बाद भी एरियर राशि (Arrears amount) के भुगतान ना करने पर वेतन रोकने की कार्यवाही का निर्देश भी जिला शिक्षा अधिकारी और विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों द्वारा कूड़े में डाल दिया गया। स्वयं कलेक्टर का आदेश भी अध्यापकों को एरियर राशि नहीं दिलवा पाया।
इसी तरह शासन द्वारा हड़ताल अवधि के रुके हुए वेतन को अर्जित अवकाश में परिवर्तित और स्वीकृत करते हुए वेतन भुगतान के निर्देश जारी कर दिए जाने के बावजूद भी जिलों में संकुल प्राचार्य को कड़े निर्देश देकर समय सीमा में भुगतान करने हेतु आदेशित ना किया जाना इस ओर इंगित करता है की प्रदेश शासन और प्रशासन के आदेशों को जिला शिक्षा अधिकारी और ब्लॉक शिक्षा महकमा कोई तवज्जो न देकर कर्मचारियों के मन में शासन विरोधी माहौल तैयार करता है और उनके कार्यशैली एवं कारनामे सेवा हितलाभ स्वत्वो के भुगतान में मनमानी प्रक्रिया अपना कर सालों साल विलंब करके भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी को बढ़ावा देने का पक्षधर बन जाता है।
मध्य प्रदेश शिक्षक संघ नरसिंहपुर सपाक्स कर्मचारी संगठन और अध्यापक संघ ने प्रदेश के मुखिया और आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय ऐसे तमाम जिला शिक्षा अधिकारियों और डीडीओ को इसी वित्तीय वर्ष में विभिन्न प्रकार के एरियर्स राशि के तमाम भुगतान निपटाने हेतु कड़े निर्देश जारी करने की पुरजोर मांग की है।