भोपाल। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड भोपाल द्वारा आयोजित परीक्षाओं की गोपनीयता पर सवाल खड़ा हो गया है। 10वीं बोर्ड के विज्ञान का पेपर लीक हुआ है। यह पेपर परीक्षा शुरू होने से पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और जब परीक्षा में वितरित पेपर से मिलान किया गया तो यह हूबहू था। हालांकि कलेक्टर प्रियंका दास अपनी खामी को छुपाने, पेपर लीक होने से इंकार कर रहीं हैं जबकि शिक्षा विभाग के अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं।
बता दें कि मुरैना को नकल माफिया का गढ़ कहा जाता है। यहां नकल माफिया हमेशा ही जिला प्रशासन पर हावी रहा है। कलेक्टर प्रियंका दास के सामने चुनौती थी कि वो नकल रोकें, परंतु माफिया ने पेपर लीक करके यह प्रमाणित कर दिया कि उसकी पहुंच, कलेक्टर के सुरक्षा इंतजामों से ज्यादा है।
सोशल मीडिय पर लीक हुआ पेपर कलेक्टर तक पहुंचाया जा चुका है। जो यह प्रमाणित करने के लिए पर्याप्त है कि संबंधित दस्तावेज पेपर शुरू होने से पहले इंटरनेट पर अपलोड हुआ है। परीक्षा में आए पेपर से मिलान के बाद किसी भी संदेह की गुंजाइश शेष नहीं रह गई है। देखते हैं कलेक्टर प्रियंका दास अपनी नाकामी छुपाने के लिए घटनाक्रम का खंडन करतीं हैं या माफिया तक पहुंचने के लिए जांच कराएंगी।