भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों की लिस्ट अटकी हुई है। हालांकि पहली लिस्ट जारी करने के लिए पर्याप्त नाम तय हो चुके हैं परंतु ज्योतिरादित्य सिंधिया नहीं चाहते कि पहली लिस्ट में उनका नाम ना हो, इसलिए पूरी लिस्ट अटका रखी है। सूत्रों का दावा है कि मध्यप्रदेश की 29 सीटों में से 17 के नाम फाइनल हो चुके हैं।
कांग्रेस प्रत्याशियों के चयन को 20 मार्च तक अंतिम रूप दे सकती है। स्क्रीनिंग कमेटी और केंद्रीय चुनाव समिति की 20 और 21 मार्च को दिल्ली में बैठक है, जिसमें प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लग जाएगी। सूत्रों की मानें तो अभी तक स्क्रीनिंग कमेटी ने 17 सीटों पर नाम तय किए हैं, लेकिन 20 मार्च को होने वाली कमेटी की बैठक में एक बार फिर सभी 29 सीटों पर चर्चा होगी और उसी दिन तय नाम को अंतिम रूप दिया जाएगा।
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ज्योतिरादित्य सिंधिया इस बार अपने पिता की ग्वालियर सीट वापस हासिल करना चाहते हैं परंतु वो भाजपा की लिस्ट का इंतजार कर रहे हैं। यदि भाजपा ने यहां से कोई वजनदार नाम घोषित किया तो ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी गुना सीट से ही लड़ेंगे। दिग्विजय सिंह के लिए राजगढ़ सीट सबसे आसान है, लेकिन उन पर दवाब बनाया जा रहा है कि वो इंदौर या भोपाल से चुनाव लड़ें। भाजपा ने यदि भोपाल से बाबूलाल गौर को टिकट दे दिया तो दिग्विजय सिंह के लिए मुश्किल होगी। इसलिए वो भी भाजपा की लिस्ट का इंतजार कर रहे हैं। यह मसला अब तक तय नहीं हो पाया और उम्मीद है कि इंदौर, भोपाल व राजगढ़ का फैसला सबसे लास्ट में होगा। दो नेताओं के फेर में कुल 5 सीटें अटकी हुईं हैं।
इन सीटों पर नाम तय माने जा रहे हैं-
छिंदवाड़ा - नकुलनाथ,
रतलाम-झाबुआ - कांतिलाल भूरिया,
खंडवा - अरुण यादव
सीधी - अजय सिंह के नाम लगभग फाइनल हैं
मुरैना - रामनिवास रावत
भिंड - रामनारायम हिंडोनिया
सागर - प्रभुसिंह ठाकुर
टीकमगढ़ - संजय कसगर
दमोह - रामकृष्ण कुसमरिया
सतना - राजेंद्र सिंह
रीवा - सिद्धार्थराज तिवारी
बालाघाट - विश्वेश्वर भगत संभावित