इंदौर। रंगपंचमी के अवसर पर विजय नगर क्षेत्र में एक पब में आधी रात को करीब 200 से ज्यादा युवक-युवतियां नशें में धुत झूम रहे थे। डीएसपी पल्लवी शुक्ला ने जब यहां रेड डाली तो युवक-युवतियां तो भाग गए लेकिन पब संचालक बिगड़ गया। उसने डीएसपी शुक्ला को जवाब दिया कि पुलिस चुप रहने के लिए पैसे लेती है, आप कार्रवाई नहीं कर सकतीं। डीएसपी ने थाने से फोर्स बुलाया लेकिन नहीं आया, डीएसपी ने एसएसपी को बताया। इसके बाद पब संचालक को थाने तो ले जाया गया लेकिन समाचार लिखे जाने तक कार्रवाई नहीं की गई थी।
मामला देर रात तकरीबन 2 बजे विजयनगर क्षेत्र का है। गस्ती के दौरान पुलिस अधिकारी पल्लवी शुक्ला अचानक एक पब में दबिश देने पहुंची। दबिश के दौरान यहां तकरीबन 200 से ढाई सौ युवक-युवती मौजूद थे, जिन्हें पब में आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए देर रात तक शराब परोसी जा रही थी। पुलिस को देखते ही पब में भगदड़ मच गई। शराब के नशे में धुत युवक-युवती पुलिस को देख भागने लगे।
उन्होंने जब पब संचालक को डांट लगाई और कार्रवाई की बात की तो पब संचालक ने बताया कि वो नियमित रूप से पुलिस को पैसे देता है। कानूनी कार्रवाई के नाम पर उसने कहा कि आप यहां से निकलिए आपसे मेरा वकील बात करेगा। इतना ही नहीं जब डीएसपी पल्लवी शुक्ला ने लोकल पुलिस थाने से पुलिस बल बुलवाया तो वो भी नहीं आया।
अंतत: डीएसपी पल्लवी शुक्ला ने इसकी जानकारी एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र को दी। इसके बाद थाना प्रभारी बल के साथ मौके पर पहुंचे और पब संचालक को थाने ले गए। पुलिस का सवाल उठाने के बाद अब पुलिस पंब संचालक के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने की बात कह रही है लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।