नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि आम चुनाव में केवल तीन मुद्दे होंगे- नौकरी, नौकरी और नौकरी। रोजगार सृजित न कर पाने के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर पूछा कि ज्यादा गलत क्या है, नौकरी न सृजित कर पाना या फिर इस मुद्दे पर लगातार झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करना? उनका कहना है कि सरकार दोनों मामलों में दोषी है।
सीआईआई ने दो दिन में पैंतरा बदला
कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) ने बुधवार को प्रकाशित रिपोर्ट में रोजगारों का कम सृजन होने पर चिंता जाहिर की थी। हालांकि गुरुवार को संस्था ने कहा कि सरकार ने हाल में जो आर्थिक सुधार किए, उनसे आजीविका के नए साधन बन रहे हैं। चिदंबरम ने सीआईआई की बुधवार की रिपोर्ट को सही ठहराते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि आखिर संस्था ने सच बोलने की हिम्मत तो दिखाई। उन्होंने उम्मीद जताई कि अब बाकी संस्थाएं भी इस तरह के सच को सामने लाएंगी।
चिदंबरम ने शनिवार को सरकार की तारीफ की थी
कांग्रेस नेता ने 2 मार्च को गंगा सफाई के कदम उठाने के लिए एनडीए सरकार की तारीफ की थी। उन्होंने नेशनल हाईवे बिल्डिंग प्रोग्राम और यूपीए की आधार योजना को आगे ले जाने के लिए भी सरकार की सराहना की। चिदंबरम ने ये बातें अपनी किताब 'अनडॉन्टेड: सेविंग द आइडिया ऑफ इंडिया' के रिलीज के मौके पर कहीं थीं।
'सबसे अयोग्य सरकार भी अच्छे काम करती है'
चिदंबरम के मुताबिक, "मुझे लगता है कि नेशनल हाईवे प्रोग्राम कामयाब रहा है। वे (मोदी सरकार) हर दिन हमसे ज्यादा किमी सड़कें बना रहे हैं। मुझे लगता है कि अगली सरकार और भी ज्यादा बनाएगी क्योंकि यह व्यवस्था बन गई है। सबसे अयोग्य सरकार भी कुछ चीजें ऐसी करती है जो देश के लिए अच्छी होती हैं। उसे कैसे नकारा जा सकता हैं? हर सरकार कोई अच्छा काम तो करती ही है।"