भोपाल। करीब 5000 मामले ऐसे सामने आए जिसमें किसानों के नाम फर्जी लोन (LOAN) दर्ज थे। यह घोटाला शिवराज सिंह (Shivraj Singh) सरकार के कार्यकाल में हुआ। अब कांग्रेस की कमलनाथ सरकार (KAMAL NATH) द्वारा संचालित जय किसान ऋण माफी योजना (JAI KISAN RIN MAFI YOJANA) में भी गड़बड़ियां सामने आ रहीं हैं। भिंड जिले में एक किसान परेशान है, उसने कुल 56 हजार रुपए कर्ज लिया था, सरकार ने उसे 1.17 लाख रुपए के ऋण माफी का प्रमाण-पत्र पकड़ा दिया। उसे समझ नहीं आ रहा, अब वो क्या करे।
जमेह गांव के किसान नारायण सिंह को 1.17 लाख रुपए के ऋण माफी का प्रमाण-पत्र मिला। किसान ने विधायक संजीव सिंह संजू (MLA Sanjeev Singh Sanju) से कहा मैंने 56 हजार रुपए कर्ज लिया था। विधायक ने कलेक्टर छोटे सिंह से पूछा, आपने कैसी जांच करवाई। अधिकारी जांच करने नहीं गए। विधायक ने कहा सरकार की नीति-नीयत में फर्क नहीं है, लेकिन आप लोगों की नीति-नीयत में फर्क जरूर है। मामला सामने आते ही कलेक्टर ने एसडीएम हरिबल्लभ शर्मा (SDM Haribalabh Sharma) से पूछा कैसी टीम भेजी थी? यह कैसी जांच हुई है। एसडीएम ने कहा टीम तो भेजी थी। विधायक ने कलेक्टर से कहा दोबारा जांच कराएं। दोषियों को जेल भिजवाएं तभी सरकार की मंशा पूरी होगी।
कलेक्टर पर भड़के विधायक
ऋण माफी के प्रमाणपत्र वितरण में विधायक संजीव सिंह संजू ने प्रशासन की जांच और ईमानदारी से पर्दा उठा दिया। विधायक ने मंच से अपने संबोधन में कहा कि यहां ऐसे किसानों को भी बुला लिया गया है, जिन्होंने कर्ज नहीं लिया है। कर्ज नहीं लेने वाले किसानों को कर्ज माफी के प्रमाणपत्र दिए जा रहे हैं। विधायक ने कहा ऐसे कुछ लोग सुबह उनसे मिले हैं। किसानों ने कहा कि कर्ज लिया नहीं है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें कर्जमाफी के प्रमाणपत्र लेने के लिए बुलाया गया है।