भोपाल। अमरनाथ यात्रा इस बार आषाढ़ मास की शिव चतुर्दशी पर 01 जुलाई से प्रारंभ होकर 15 अगस्त रक्षा तक चलेगी। यात्रा की कुल अवधि 46 दिन रहेगी। गत वर्ष यह यात्रा 60 दिन की थी। इस वर्ष रजिस्ट्रेशन कार्य 01 एक अप्रैल से शुरु होगा, जो अगस्त के प्रथम सप्ताह तक जारी रहेंगे। रजिस्ट्रेशन भोपाल समेत देश भर की जम्मू एंड कश्मीर व पंजाब नेशनल बैंक की चार सौ से अधिक शाखाओं में किए जाएंगे। जम्मू-कश्मीर में जारी हिंसक वारदातों के चलते जहां अमरनाथ यात्रा की तिथि की घोषणा अमरनाथ श्राइन बोर्ड देरी से कर सका, वहीं उसने अपनी बैठक में इस बार यात्रियों की सुरक्षा के और अधिक कड़े इंतजाम कराए जाने का फैसला किया है।
श्राइन बोर्ड के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार गत गुरुवार को राज्यपाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि बालटाल व पहलगाम मार्ग से प्रतिदिन 7500 यात्रियों को पवित्र अमरनाथ गुफा तक जाने दिया जाएगा। इसके अलावा हेलिकाप्टर से यात्र करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अलग रहेगी।
ओम शिवशक्ति सेवा मंडल के सचिव रिंकू भटेजा ने यात्रा तिथि घोषिथ होने की पुष्टि करते हुए बताया कि यात्रा के लिए भोपाल की जम्मू एंड कश्मीर व पंजाब नेशनल बैंक शाखा में रजिस्ट्रेशन एक अप्रैल से शुरू होंगे। रजिस्ट्रेशन कराने वालों को श्राइन बोर्ड द्वारा निर्धारित शासकीय अस्पतालों के मेडिकल आफीसर द्वारा दिया गया मेडिकल सर्टिफिकेट ही मान्य होगा। इन डाॅक्टरों के नामों की सूची बोर्ड रजिस्ट्रेशन प्रारंभ होने से पहले जारी करेगा। इस संबंध में उसे पत्र लिखा गया है।
घटती-बढ़ती रही है यात्रा अवधि
सचिव भटेजा ने बताया कि गत वर्ष अमरनाथ यात्रा वर्ष 2018 में 60 दिन, जबकि वर्ष 2017 में 40 दिन और उससे पहले के वर्षों में कभी 44 तो कभी 55 दिन रही है। इसकी वजह कभी जम्मू-कश्मीर में हिंसक घटनाएं होना और कभी मौसम की खराबी होना रहा है। आगे परिस्थितियां ठीक रही तो यात्रा निश्चित तिथि तक चलेगी, वरना अवधि में कटौती का निर्णय भी बोर्ड ले सकता है।
प्रत्येक बैंक को मिलेगा कोटा:
प्रत्येक बैंक शाखा को रजिस्ट्रेशन फाॅर्म भेजे जाएंगे। ये फाॅर्म बैंक को पंजीयन कोटे के हिसाब से मिलेंगे। गत वर्ष करीब 6 हजार फाॅर्म जम्मू एंड कश्मीर बैंक शाखा न्यू मार्केट व इतने ही फाॅर्म पंजाब नेशनल बैंक शाखा को मिले थे।
13 से कम 75 से अधिक आयु वालों के रजिस्ट्रेशन नहीं
इस वर्ष भी 13 वर्ष से कम और 75 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के पंजीयन नहीं किए जाएंगे। छह सप्ताह से अधिक समय की गर्भवती महिला का भी पंजीयन नहीं किया जाएगा। बोर्ड द्वारा अधिकृत डाॅक्टर्स से मेडिकल सर्टिफिकेट आवेदन के साथ जमा कराना होगा।
कई लोग जा सकते हैं मनाली के रास्ते से:
जम्मू में हिंसक वारदातों की आशंका के चलते कई लोग इस बार भी जम्मू-कश्मीर की बजाए हिमाचल में कुल्लू-मनाली के रास्ते से लेह होते हुए सीधे बालटाल जा सकते हैं। गत वर्ष भी कुछ लोग इस रास्ते से गए थे, परंतु इस मार्ग से जाने में दो की बजाए चार दिन का समय लगता है। यह रास्ता वर्ष 2017 में यात्रियों के लिए केंद्र सरकार की पहल पर खोला गया था।
यात्रियों का होगा बीमा :
श्राइन बोर्ड द्वारा दो पर्ष पूर्व अमरनाथ यात्रियों की दुर्घटना बीमा राशि एक लाख से बढ़ाकर तीन लाख रुपए कर दी गई थी। इस वर्ष भी यही राशि रखी गई है। किसी यात्री को अलग से बीमा नहीं कराना पड़ेगा। यह बीमा राशि उन्हीं लोगों के लिए मान्य होगी, जो श्राइन बोर्ड या उसके द्वारा अधिकृत बैंकों से रजिस्ट्रेशन कराकर यात्रा पर जाएंगे।