इंदौर। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Ex CM DIGVIJAY SINGH) ने एक बार फिर विरोधियों को मौका दे दिया है। उन्होंने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि यदि भारत सरकार के पास सबूत है तो उन्हें दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका की तरह भारत को भी एयर स्ट्राइक(Air strikes) के प्रमाण दुनिया के सामने रखना चाहिए। इसके अलावा विंग कमांडर अभिनंदन (Wing Commander Abhinandan) की रिहाई के लिए दिग्विजय सिंह ने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान (Pak Prime Minister Imran Khan) की तारीफ की।
जैश-ए-मोहम्मद ने जिम्मेदारी ले ली तो पाकिस्तान को कौन से सबूत चाहिए
इंदौर के डेली कॉलेज के एल्यूमिनी मीट के लिए इंंदौर आए दिग्विजय सिंह ने भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव को लेकर पूछे गए सवालों पर कहा कि जब जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली उसके बावजूद पाकिस्तान को कौन से सबूत चाहिए। पाकिस्तान को अपनी सरजमीं पर आतंकवाद की सरपरस्ती को बंद करना चाहिए। जैश द्वारा इस घटना की जिम्मेदारी लेने के बाद पाकिस्तान को चाहिए था कि वो मसूद अजहर और हाफीज सईद को गिरफ्तार कर भारत को सौंपता। इस पूरे मुद्दे पर हो रही राजनीति को दिग्विजय सिंह ने गलत बताया। उन्होंने कहा कि 1971 में इंदिरा गांधी, कारगिल युद्ध के दौरान अटलजी ने युद्ध को कभी मुद्दा नहीं बनने दिया।
अमेरिका की तरह भारत को भी सबूत दे देना चाहिए
दिग्विजय सिंह से जब पूछा गया कि ममता बनर्जी सहित अन्य कुछ नेता 26 फरवरी को हुए सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि भारतीय सेना पर पूरा भरोसा करना चाहिए। जो कार्रवाई के सबूत मांग रहे हैं उन्हें सबूत देकर उनका मुंह बंद करना चाहिए। आज सैटेलाइट के जरिए सभी कुछ संभव है, यदि भारत सरकार के पास सबूत है तो उन्हें दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका की तरह भारत को भी एयर स्ट्राइक के प्रमाण दुनिया के सामने रखना चाहिए।
PAK PM ने अच्छा कदम उठाया है
दिग्विजय सिंह ने विंग कमांडर अभिनंदन को सुरक्षित भारत भेजने पर पाकिस्तानी पीएम इमरान खान को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पाक पीएम ने अच्छा कदम उठाया है जो हमारे पायलट को सकुशल रिहा किया। कैलाश विजयवर्गीय के बयानों पर कहा की इन दिनों विजयवर्गीय भटक गए है
पुलवामा में बड़ी चूक हुई/ Big mistake in Pulwama
दिग्विजय सिंह ने कहा कि पुलवामा हमला बहुत बड़ी चूक है। जब खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया था कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी फिदायीन हमला कर सकते हैं तो फिर ऐहतियात क्यों नहीं बरती गई। जवानों के काफिले में कैसे गाड़ी 300 किलो विस्फोटक लेकर घुस गई। क्यों गाड़ियों की चेकिंग नहीं की गई। इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो गई।