भोपाल। मध्यप्रदेश के संयुक्त अतिथि शिक्षकों (MP ATITHI SHIKSHAK SANGH) ने कमलनाथ सरकार (KAMAL NATH GOVERMENT) के खिलाफ प्रदर्शन किया। राजधानी में जुटे हजारों अतिथि शिक्षकों को मंत्री पीसी शर्मा (PC SHARMA MINISTER) ने वचन पूरा करने का भरोसा दिलाया तो प्रदर्शनकारियों ने सरकार को 5 मार्च तक का अल्टीमेटम दिया और लौट गए। कहा है कि यदि 5 मार्च की कैबिनेट मीटिंग में सरकार ने नियमितीकरण (REGULAR GOVERNMENT SERVICE) की मंजूरी नहीं दी तो लोकसभा चुनाव में सरकार को इसका असर नजर आएगा।
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में सरकार बनते ही 90 दिन के अंदर नियमित करने का वादा किया था, जो पूरा नहीं किया है। जिसके बाद शिक्षकों ने कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में खामियाजा भुगतने की चेतावनी दी है। विरोध प्रदर्शन में मध्यप्रदेश के सभी 52 जिलों से अतिथि शिक्षक भोपाल के शाहजनी पार्क में हजारों की संख्या में पहुंचे। इन सभी की एक ही मांग है कि उन्हें जल्द नियमित किया जाए। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों का कहना है कि विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस को खुला समर्थन दिया था।
साथ ही पार्टी ने भी वादा किया था कि सरकार बनते ही उन्हें नियमित किया जाएगा लेकिन सरकार बनने के दो महीने बाद भी अतिथि शिक्षकों को नियमित नहीं किया गया है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर लोकसभा चुनाव के पहले उन्हें नियमित नहीं किया जाता है तो कांग्रेस इसका खामियाजा भुगतेगी। बता दें मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 9 फरवरी को अतिथि शिक्षकों के निराकरण के लिए 6 सदस्य कमेटी गठित की थी। जिसे 90 दिन के अंदर मुख्यमंत्री के समक्ष रिपोर्ट तैयार कर देना है।