निवाड़ी। निवाड़ी के मुख्य बाजार स्थित परशुराम लॉज में सोमवार को तहसीलदार ने छापा मारा तो नजारा देखकर अवाक रह गए। यहां नगर पंचायत के सीएमओ केके पटैरिया सरकारी फाइलें निपटाते पकड़े गए। उनके साथ नगर पंचायत का स्टोर कीपर और एकाउंटेंट सहित अन्य कर्मचारी मौजूद पाए गए। तहसीलदार ने होटल से 38 फाइलें जब्त की हैं। सीएमओ का हाल ही में शिवपुरी तबादला किया गया है और वे यहां से रिलीव भी हो चुके हैं।
लॉज में एक कमरे में बैठकर सीएमओ केके पटेरिया, एकाउंटेंट बहादुर अहिरवार, स्टोरकीपर महेश नापित एवं नातेदार सहायक उपनिरीक्षक बालचंद कोरी सरकारी फाइलें, बिल वाउचर व नगर परिषद की नियुक्तियों संबंधी कार्य निपटा रहे थे। इसकी बात की जानकारी जब कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह को मिली, तो उन्होंने तत्काल तहसीलदार राजेश बोरासी, राजस्व निरीक्षक बृजेश खरे की टीम को कार्रवाई के निर्देश दिए। सोमवार की सुबह छापामार कार्रवाई करने जब तहसीलदार पहुंचे तो बाकायदा कमरे में कागजों का अंबार लगा था। छापे के दौरान तहसीलदार ने रंगे हाथों शासकीय फाइलों को मिटाते बिल वाउचर पकड़े। इस दौरान दो तीन संदिग्ध फाइल सहित करीब 38 फाइलें जब्त की गईं। मौके पर ही टीम ने पंचनामा बनाकर फाइलें अपने कब्जे में ली।
सीएमओ बैक डेट में निपटा रहे थे फाइलें
सीएमओ केके पटैरिया का हफ्तेभर पहले शिवपुरी तबादला हो गया था। शनिवार को शिवपुरी में ज्वाइनिंग भी दे आए थे। इसके बाद वापस निवाड़ी आकर फाइलें निपटाना किसी के गले नहीं उतर रहा है। वे अपनी कार्यशैली के कारण हमेशा चर्चाओं में रहे हैं। चर्चा इस बात की है कि वे अपने कारनामे छुपाने के लिए वापस लौटकर निवाड़ी नगर परिषद के कुछ फर्जी बिल वाउचर, नियुक्तियों संबंधी फाइलें पुरानी तारीखों में निपटा रहे थे।
स्टोर कीपर की भूमिका संदिग्धनगर पंचायत में पदस्थ कर्मचारियों पर पहले भी नियम विरुद्ध कार्य करने के आरोप लगते रहे हैं। स्टोर कीपर महेश नापित सहित कर्मचारियों पर स्टोर का सामान बेचने, खरीदी प्रक्रिया में धांधली की हमेशा चर्चा रही है। नगर परिषद में अवैध नियुक्तियां करने के आरोप लगते रहे हैं। मामले में तत्कालीन टीकमगढ़ कलेक्टर द्वारा स्टोर कीपर पर कार्रवाई भी की गई थी, लेकिन राजनैतिक रसूख के चलते कुछ नहीं हुआ।