नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में गुरुवार शाम छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन के पास फुट ओवर ब्रिज गिर गया। इस हादसे में मरने वालों की संख्या अब 5 हो गई है, जबकि घायलों की संख्या 40 से ज्यादा है। बताया जा रहा है कि 5 से ज्यादा घायल अभी भी गंभीर बने हुए हैं। इन्हें गहन चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है। वहीं मलबे में अब भी 10 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई है।
हादसा गुरुवार शाम करीब 7:30 बजे हुआ। जिस वक्त यह घटना हुई पीक आवर होने के कारण पुल के नीचे बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद ब्रिज के मलबे में कई लोग दब गए और यहां मौजूद कुछ वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए। दूसरी ओर मौके पर पहुंची एनडीआरएफ, रेलवे और मुंबई पुलिस की टीमों ने तत्काल घायलों को सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल और गोकुलदास तेजपाल अस्पताल में पहुंचाया। यहां चिकित्सकों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान अपूर्वा प्रभु, रंजना तांबे और शिराज खान के रूप में हुई है। अपूर्वा और रंजना जीटी अस्पताल की नर्स थीं, जो कि शाम के वक्त अपनी शिफ्ट पूरी कर घर वापस जा रही थीं।
अभी भी कई लोग मलबे में दबे
रेलवे के सूत्रों के अनुसार, इस ब्रिज के मलबे में अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है, जिसे देखते हुए इलाके में बड़े स्तर पर राहत कार्य शुरू कराए गए हैं। मुंबई के जिस स्थान पर यह हादसा हुआ उससे कुछ ही दूरी पर मुंबई पुलिस और मुंबई महानगरपालिका के मुख्यालय स्थित हैं। सेंट्रल रेलवे के डीआरएम डीके शर्मा के अनुसार, जिस ब्रिज के गिरने से यह हादसा हुआ उसकी देखरेख का काम बीएमसी करती है। उन्होंने बताया कि ब्रिज का निर्माण कार्य रेलवे ने कराया था, लेकिन रखरखाव की जिम्मेदारी बीएमसी की ही थी। वहीं मंत्री विनोद तावड़े ने कहा, 'ब्रिज का एक स्लैब गिरा है। रेलवे और बीएमसी इसकी मेंटनेंस के बारे में जांच करेंगे। ब्रिज खराब कंडीशन में नहीं था, इसमें छोटी-मोटी रिपेयरिंग की जरूरत थी, जोकि जारी थी। काम पूरा नहीं हुआ फिर भी इसे चालू रखा गया था, इसके बारे में भी जांच की जाएगी।'