भोपाल। लोकसभा चुनाव में पूरे देश के साथ प्रदेश में भी निर्वाचन कार्य में संलग्न कर्मचारियों/शिक्षकों को मानदेय एक समान भुगतान किया जावे। मप्र में चुनावी कार्यक्रम के मुताबिक लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण 19 मई व मतगणना 23 मई तक संपन्न होगी। निर्वाचन काल में आचार संहिता के प्रभावी होते ही आयोग के निर्देशानुसार अवकाश पर प्रतिबंध लागू हो गये है।
शिक्षकों के अर्जित अवकाश पर स्पष्ट निर्देश जारी हों
उक्त मांग मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष कन्हैयालाल लक्षकार ने प्रेस नोट में करते हुए माननीय मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मप्र भोपाल से निवेदन किया कि प्रदेश में शिक्षकों के लिए अमूमन दिनांक 01 मई से ग्रीष्मावकाश प्रारंभ होते है। इस बार लोकसभा चुनाव के कारण शिक्षकों को अवकाश पर जाने से रोका जा रहा है। इस एवज में नियमानुसार अर्जित अवकाश के स्पष्ट आदेश जारी करे व निर्देश दें कि दिनांक 01 मई से आचार संहिता समाप्त होने तक की अवधि के लिए अर्जित अवकाश स्वीकृत कर सभी शिक्षकों की सेवापुस्तिका में इसकी प्रविष्टि अनिवार्य रूप से की जानी चाहिए।
इसके लिए जवाबदेही तय हो। कोताही बरतने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रावधान हो। साथ ही पूरे देश में अन्य प्रदेशों के समान प्रदेश में निर्वाचन कार्य में संलग्न अमले को मानदेय भुगतान में भी एकरूपता रहे।