ग्वालियर। मध्यप्रदेश में अघोषित बिजली कटौती जारी है। लोगों ने एक बार फिर इसे कांग्रेस सरकार के साथ आई समस्या मान लिया है। बोर्ड की परीक्षा शुरू होते ही बिजली कट हो गई। डीएवी स्कूल में मोमबत्तियों की रोशनी में परीक्षा संचालित की गई। बाकी स्कूलों में तो यह इंतजाम भी नहीं था। कम रोशनी की वजह से परीक्षाथियों को परेशानी हुई तो उन्होंने आखिर में ज्यादा समय देने की मांग की। लेकिन उन्हें अतिरिक्त समय नहीं दिया गया।
जमीन पर बैठकर पेपर दिए
केंद्राध्यक्ष एमएल गौड़ ने बताया कि बिजली गुल होने के बाद भोपाल फोन लगाकर शिकायत दर्ज कराई गई। लगभग आधा घंटे बाद बिजली चालू हो सकी। इसी स्कूल में फर्नीचर की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी, लिहाजा 30 परीक्षार्थियों को जमीन पर बैठकर पेपर हल करना पड़ा। बदइंतजामी का आलम रेलवे कॉलोनी स्थित मिडिल स्कूल पर भी रहा, जहां फर्नीचर कम पड़ने के कारण परीक्षार्थियों को जमीन पर बिठाया गया।
3 मंत्री, फिर भी किसी को चिंता नहीं
यह हाल तब है, जब जिले के तीन विधायक राज्य सरकार में मंत्री हैं, लेकिन किसी ने भी बच्चों की इस तकलीफ पर कोई ध्यान नहीं दिया। जिला शिक्षा अधिकारी ममता चतुर्वेदी ने फर्नीचर की कमी और बिजली गुल होने की बात स्वीकार करते हुए अगले पेपर में व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने का दावा किया।