सोना (GOLD) कभी घाटा नहीं देता लेकिन ऐसा जरूर होता है कि कुछ लोगों को ज्यादा मुनाफा दे जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वो गोल्ड खरीदते (Buy gold) समय कुछ खास बातों का ध्यान रखते हैं। यदि आप भी इन बातों का ध्यान रखेंगे तो हमेशा फायदे में रहेंगे। आइए हम आपको बताते हैं कि विशेषज्ञ (Specialist) कैसे पता लगाते हैं कि आने वाले दिनों में सोना महंगा (Gold is expensive) होगा या नहीं
1- डॉलर का रुख / The dollar's stance
डॉलर और सोने की कीमत में उल्टा संबंध है। यानी जब डॉलर में तेजी हो, तो सोने की कीमतों पर दबाव होता है। सोने में तेजी का सबसे बढ़िया समय उस समय होता है जब सोने की मांग तेज हो और डॉलर की कीमतों में गिरावट आ रही हो।
2- चांदी का रुख / Silver stance
अगर सोने में तेजी का रुख है और साथ ही चांदी भी तेज है, तो इसका मतलब है कि सोने की कीमतों में उछाल का ये रुख स्थाई होगा। अगर सोने के अनुरूप चांदी में तेजी नहीं है, तो सावधान रहिए। साने की कीमतें आने वाले समय में धड़ाम से गिरेंगी।
3- कच्चे तेल का रुख / Crude oil stance
जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं तो सोना भी महंगा होता है। दरअसर सोने को महंगाई के प्रति अच्छा हेज माना जाता है। चूंकि कच्चे तेल के महंगे होने से महंगाई बढ़ती है, इसलिए सोने की कीमतों पर भी इसका असर पड़ता है।
4- शेयर बाजार का रुख / Stock market trend
लोग सोने में उस समय भी निवेश बढ़ा देते हैं, जब दूसरे निवेश के साधनों से उन्हें उम्मीद के मुताबिक रिटर्न नहीं मिलता है। ऐसे में अगर शेयर बाजार में तेजी थमी हुई है, तो बहुत संभव है कि सोने की कीमत बढ़ेगी। इसी तरह अगर शेयर बाजार में जोरदार रिटर्न मिल रहा है तो सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ सकता है।
5- सोने का रुख / Gold stance
इसके अलावा सोने की सप्लाई, केंद्रीय बैंक द्वारा सोना खरीदने या बेचने का फैसला (The decision to buy or sell gold), आर्थिक दशाएं जैसे कारकों से सोने की मांग तय होती है और इसका असर सोने की कीमतों पर देखने को मिलता है।