नई दिल्ली। मनोहर पर्रिकर के निधन के साथ ही गोवा में भाजपा अनाथ हो गई। सहयोगी दलों ने इस सरकार को समर्थन ही इस शर्त पर दिया था कि मनोहर पर्रिकर सीएम होंगे, अब जबकि मनोहर पर्रिकर नहीं रहे तो सहयोगी दल टूटते नजर आ रहे हैं, जबकि कांग्रेस तेजी से सत्ता की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रही है।
देर रात तक चली भाजपा की बैठक बेनतीजा रही
नया मुख्यमंत्री चुनने के लिए गोवा में रविवार रात भाजपा और उसके सहयोगी दलों की बैठक बुलाई गई थी। हालांकि इसमें मुख्यमंत्री के नाम पर कोई फैसला नहीं हो पाया। बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। भाजपा विधायक माइकल लोबो ने बताया कि महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के विधायक सुदीन धवलीकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, इसके बाद चर्चा को विराम दे दिया गया। उधर, कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के पास दावा पेश किया है।
हमारा समर्थन पर्रिकर जी को था, भाजपा को नहीं
लोबो के मुताबिक- धवलीकर खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं जबकि भाजपा चाहती है कि गठबंधन के नेता को मुख्यमंत्री होना चाहिए। भाजपा विधायकों ने विश्वजीत राणे और प्रमोद सावंत का नाम मुख्यमंत्री के लिए प्रस्तावित किया है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के प्रमुख विजय सरदेसाई ने बताया कि भाजपा-सहयोगी दलों की बैठक में मुख्यमंत्री को लेकर फैसला नहीं हो पाया। हमारा समर्थन पर्रिकर जी को था, भाजपा को नहीं। अब वे नहीं रहे तो विकल्प खुले हुए हैं। हम गोवा में स्थिरता चाहते हैं, हम नहीं चाहते की सदन को भंग किया जाए। हम भाजपा के अगले कदम का इंतजार करेंगे। पर्रिकर के निधन के बाद खाली हुई जगह कैसे भरी जाएगी, इस बात को लेकर सभी सहयोगी दलों में चिंता है। जीएफपी के 3 विधायक हैं।
गडकरी भाजपा को संकट से उबारेंगे
धवलीकर ने बताया कि गडकरी ने विधायकों से साथ अलग-अलग मीटिंग और कुछ सवाल किए। उन प्रश्नों का जिक्र करना उचित नहीं होगा। हम उम्मीद कर रहे हैं कि गडकरी सोमवार को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर सकते हैं। इसके बाद ही एमजीपी तय करेगी कि सरकार को समर्थन देना है या नहीं।
सरकार बनाने के लिए कई नेता हमारे संपर्क में: कांग्रेस
गोवा के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडांकर ने दावा किया कि सरकार बनाने के लिए कई गैर-कांग्रेसी विधायक उनके संपर्क में हैं। हम रणनीति तैयार कर रहे हैं, उम्मीद है कि जल्द ही राज्यपाल मृदुला सिन्हा हमें सरकार बनाने का मौका देंगी। इस बीच राज्यपाल मृदुला सिन्हा को लिखे पत्र में विपक्ष के नेता चंद्रकांत बाबू कवलेकर ने कहा कि पर्रिकर के निधन के बाद भाजपा का कोई सहयोगी नहीं बचा है। लिहाजा सबसे बड़ी पार्टी होने के चलते कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका दिया जाए।
विधानसभा की स्थिति
40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में इस वक्त 36 विधायक हैं। भाजपा विधायक फ्रांसिस डिसूजा का पिछले महीने निधन हो गया था, जबकि कांग्रेस के 2 विधायकों ने पिछले साल इस्तीफा दे दिया था। अब सीएम पर्रिकर का भी निधन हो गया है। अब कांग्रेस के पास 15 जबकि भाजपा के पास 11 विधायक हैं।