भरी कोर्ट में पति के हत्यारे पर प्यार जताती रही प्रीति | GWALIOR CRIME NEWS

ग्वालियर। साड़ी कारोबारी हेमंत जैन की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए उसके साथी मृदुल गुप्ता को कोर्ट में पेश किया गया। कारोबारी हेमंत जैन की पत्नी भी कोर्ट में थी। ऐसे मामलों में अक्सर पत्नी अपने पति के शोक में डूबी होती है परंतु प्रीति जैन कोर्ट के भीतर मृदुल गुप्ता पर प्यार जताती रही। वो जज साहब से हाथ जोड़कर निवेदन कर रही थी कि मृदुल को माफ कर दो, चाहो तो मुझे फांसी चढ़ा दो। 

पुलिस की मांग पर कोर्ट ने प्रीति को 14 दिन की न्यायिक हिरासत और मृदुल को 22 मार्च तक की रिमांड पर सौंप दिया है। मृदुल से पुलिस को अभी घटना वाले दिन जो कपड़े पहने थे वह बरामद करना है। रविवार को इंदरगंज के शांति मोहन अपार्टमेंट में रहने वाले साड़ी कारोबारी हेमंत जैन की संदिग्ध हालात में मौत हुई थी। व्यापारी की पत्नी प्रीति जैन ने इसे हादसा दिखाने का प्रयास किया। लेकिन प्रारंभिक पड़ताल, मृतक के शरीर पर चोट के निशान के साथ-साथ अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ने कुछ ही घंटों में मृतक की पत्नी और फुटेज में दिखने वाले दो युवकों पर संदेह पैदा कर दिया। 24 घंटे गुजरने से पहले ही फुटेज में दिखने वाले दोनों युवकों की पहचान भी हो गई। जिसके बाद मृतक की पत्नी प्रीति को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल की।

फुटेज में दिखने वाले दो युवकों में एक मृदुल गुप्ता व दूसरा आदेश जैन था। मंगलवार शाम तक पुलिस ने इस पूरे कांड का खुलासा किया। कि कैसे प्रीति ने पति हेमंत जैन को नींद की गोली की ओवरडोज देकर प्रेमी मृदुल गुप्ता के साथ मिलकर उसकी हत्या की।

पति की हत्या का मलाल नहीं, मृदुल के लिए दर्द
सिर्फ डेढ़ साल पहले शुरू हुई प्रीति की मृदुल के साथ प्रेम कहानी कितनी गहरी हो गई थी इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उसे अभी भी अपने पति की हत्या पर बिल्कुल मलाल नहीं है। उसे चिंता है तो सिर्फ मृदुल की। बुधवार को जब इंदरगंज पुलिस प्रीति और मृदुल के लेकर सीजेएम नरेन्द्र मीणा की कोर्ट में पहुंची तो वहां भी प्रीति नौटंकी करने से बाज नहीं आई। प्रीति को पहले कोर्ट में ले जाया गया। उसके बाद मृदुल की एन्ट्री हुई। जिस पर प्रीति उसे देखकर रोने लगी। रोते हुए बोली जज साहब इसने कुछ नहीं किया मेरे कहने पर उसने यह सब किया। मैं इस पूरे मामले की जिम्मेदार हूं। यह बेकसूर है इसे छोड़ दो।

जनवरी में तय किया था रास्ते से हटाना है
हेमंत का व्यवसाय थोक का है। इस कारण वह ज्यादातर सूरत गुजरात आता जाता था। सूरत में वह 20-20 दिन तक ठहरता था। यहां पत्नी और बच्चों की देखभाल के लिए मृदुल पर विश्वास था। इतना ही नहीं वह कभी कोई बड़ा कैश भी भेजता था तो मृदुल के अकाउंट में ही भेजता था। हेमंत के लगातार बाहर रहने और मृदुल के प्रीति के संपर्क में रहने के चलते दोनों में संबंध बन गए। एक साल पहले हेमंत को पता लगा तो उसने मृदुल को अपनी जिंदगी से बाहर कर दिया, लेकिन प्रीति ऐसा नहीं कर सकी।

जनवरी 2019 में मृदुल ने प्रीति को भागने के लिए कहा। पर वह बच्चों को छोड़ना नहीं चाहती थी। इसलिए नहीं जा सकी। पर यह वही दिन था जब प्रीति ने मन में हेमंत को ठिकाने लगाने की ठान ली। जनवरी-फरवरी में ज्यादातर समय वह सूरत में रहा तो कामयाब नहीं हो सकी।

चैंबर चुनाव के दिन टल गई मौत
13 मार्च को सूरत से हेमंत की प्रीति से बात हुई थी। उसने 15 मार्च को चैंबर चुनाव में आने की बात कही थी। उसी दिन प्रीति ने उसको ठिकाने लगाने के लिए योजना बनाई। पर उस दिन वह सुबह-सुबह ही घर से निकल गया। फिर दिन में व रात में कम ही घर आया। इसलिए मृदुल से बात कर रविवार का दिन फाइनल हुआ।

आदेश बना पुलिस का गवाह
इस पूरे मामले में मृदुल का दोस्त आदेश जैन जो उस दिन फुटेज में दिखा था। उसकी भूमिका अभी तक हत्या में शामिल होने की नहीं आई है। वह घटना वाले दिन प्रीति के घर में गया था। बेड पर हेमंत पड़ा था और प्रीति और मृदुल आपस में कुछ गुपचुप बातें करने लगे। जिस पर उसे संदेह हुआ तो वह वहां से निकल आया। फुटेज में भी निकलते दिख रहा है। पुलिस ने उसे सरकारी गवाह बनाया है।

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