नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मध्यप्रदेश के ग्वालियर में दिव्यांग खेल केन्द्र (DIVYANG KHEL KENDRA) स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसे सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम,1860 के तहत पंजीकृत किया जाएगा। इसका नाम दिव्यांग खेल केन्द्र, ग्वालियर होगा। केंद्र की स्थापना लगभग 170.99 करोड़ रुपये (5 वर्ष में गैर-आवर्ती 151.16 करोड़ रूपये और आवर्ती 19.83 करोड़ रुपये) की लागत से की जाएगी।
इस केंद्र में एक आउटडोर एथलेटिक स्टेडियम, इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, बेसमेंट पार्किंग सुविधा; जलीय केंद्र में 2 स्विमिंग पूल, एक छतवाला पूल और एक आउटडोर पूल, कक्षाओं के साथ उच्च निष्पादन केंद्र; चिकित्सा सुविधाएं; खेल विज्ञान केंद्र; एथलीटों के लिए छात्रावास की सुविधा, सुलभ लॉकर्स, भोजन, मनोरंजन की सुविधाओं और प्रशासनिक ब्लॉक सहित सहायता सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसमें प्रशिक्षण, चयन, खेल शिक्षाविदों और अनुसंधान, चिकित्सा सहायता, दर्शक दीर्घाओं तथा राष्ट्रीय / अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों के लिए उपयुक्त सुविधाओं से सुसज्जित बहुआयामी केंद्र होंगे।
केंद्र में प्रशिक्षण के लिए चयनित खेल निम्नानुसार हैं:
बैडमिंटन, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल, जूडो, तायक्वोंडो, तलवारबाजी और रग्बी जैसे एकीकृत खेल (इंडोर);
एडॉप्टेड स्पोर्ट्स (इंडोर) जैसे बोस्किया, गोलबॉल, फुटबॉल 5 ए साइड, पैरा डांस स्पोर्ट और पैरा पावर लिफ्टिंग;
एकीकृत खेल (आउटडोर) जैसे एथलेटिक्स, तीरंदाजी, फुटबॉल 7 ए साइड और टेनिस; तथा
एकीकृत खेल (इनडोर और आउटडोर) - तैराकी।
यह परियोजना 1 अप्रैल, 2019 को शुरू होगी और दो साल, यानि 31 मार्च 2021 तक इसके पूरा होने की संभावना है। इसके बाद, केंद्र को चालू होने में 6 महीने लगेंगे।
इसका संचालन शुरू होने पर, इस केंद्र में 140 कर्मचारियों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, निर्माण और संबद्ध गतिविधियों से भी रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
इस सेंटर द्वारा सृजित उन्नत बुनियादी सुविधाओं के बल पर खेल गतिविधियों में भी दिव्यांगजनों की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी और उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाया जाएगा। इस केंद्र की स्थापना से समाज के साथ दिव्यांगजनों को जोड़ने की भावना विकसित होगी।