इंदौर। आर्थिक तंगी (financial problems) से गुजर रही बहू अपनी 75 वर्षीय अपाहिज (Bedridden)सास को सड़क पर छोड़कर भाग गई। वृद्धा को सड़क पर परेशान देख क्षेत्र के लोगों ने हीरानगर पुलिस को सूचना दी। थाने से एसआई खुशबू परमार और सुमन तिवारी (SI Khushboo Parmar and Suman Tiwari ) मौके पर पहुंचीं और वृद्धा से बात की तो उन्होंने अपना नाम रेशम बाई (Resham Bai) बताया और कहा कि बहू आशा Asha) छोड़ गई है।
इस पर एसआई खुशबू वृद्धा काे तत्काल पुलिस वाहन में थाने ले गईं। वहां उन्हें भोजन कराया और सामान्य किया। इसके बाद साथी सब इंस्पेक्टर सुमन के साथ इलाके के सीसीटीवी कैमरे (CCTV Cameras) चेक किए। एक फुटेज में उन्हें वृद्धा को गोद में ले जाती एक महिला नजर आई। फुटेज से महिला का फोटो निकालकर एसआई ने तत्काल इलाके में सक्रिय जवानों को फोटो वाट्सएप कर महिला को तलाशने के लिए निर्देश दिए। करीब पौन घंटे की मशक्कत के बाद वृद्धा की बहू आशा (Asha)(38) रघुनंदन बाग (Raghunandan Bagh) इलाके में नजर आ गई। जैसे ही पुलिस ने उसे पकड़ा तो वह बोली कि मैं ही मां (सास) को छोड़ गई थी।
थाने में पूछताछ के दौरान वह फूट-फूटकर रो पड़ी। उसने बताया- पति और मैं दाेनाें मजदूरी करते हैं। घर में पांच बच्चें हैं। परिवार में बच्चों के साथ सास को संभाल पाना मुश्किल भरा था। आज पति किसी काम से गांव गए थे तभी मैं सास को गोद में उठाकर बाहर छोड़ आई। बाद में हीरानगर पुलिस ने आशा को अपनी सास की केयर करने के लिए काउंसलिंग की तो रोते हुए उसने अपनी गलती मानी और सेवा करने का बोलकर सास को साथ घर ले आई। एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र (SSP Interested Vardhan Mishra) ने दोनों एसआई को प्रशंसा पत्र देने के लिए भी कहा है।
सीएम कमलनाथ ने भी प्रशंसा की
मंगलवार को मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Chief Minister Kamal Nath) ने ट्वीट किया। मुख्यमंत्री ने अपनी ट्वीट में लिखा कि इंदौर में एक बुजुर्ग अपाहित महिला को बहु द्वारा लावारिस छोड़ दिए जाने का मामला सामने आने पर उसे खाना खिलाकर, तत्परता दिखाकर, परिजनों केा समझाईश देकर, गलती का अहसास करवाकर, दोबारा घर भिजवाने का कार्य तत्परता से करने वाली महिला एएसआई खुशबू परमार और सुमन तिवारी की कर्तव्यनिष्ठा प्रशंसनीय है।