भोपाल। भाजपा की प्रतिष्ठित महिला नेता सुमित्रा महाजन जिन्हे इंदौर में प्यार से 'ताई' यानी बड़ी बहन बुलाया जाता है, पर 'नशा' यानी नरेंद्र मोदी और अमित शाह के संकेत बेअसर साबित हो रहे हैं। 'नशा' के फार्मूला 75 ने पूरे देश के 75 प्लस नेताओं को घर बिठा दिया परंतु इंदौर में 'ताई' चुनाव प्रचार में जुट गईं हैं। (बता दें कि यह परंपरा पीएम श्री नरेंद्र मोदी ने ही शुरू की है, 27 मार्च को मेरठ में उन्होंने 3 संगठनों सपा, रालोद व बसपा के नाम से एक-एक अक्षर निकालकर 'सराब' बताया था। इसी के जवाब में नरेंद्र से 'न' और शाह से 'शा' निकालकर 'नशा' बताया गया)
इंदौर से खबर आ रही है कि इस सीट से लगातार आठ बार जीत का रिकॉर्ड बनाने वाली लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच चुनावी मोर्चा संभाल लिया है। भाजपा के एक प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को बताया कि "ताई" के नाम से मशहूर महाजन इंदौर सीट पर 19 मई को होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर शहर के विभिन्न वॉर्डों में पहुंचकर पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठकों में शामिल हो रही हैं। इस दौरान वह भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील कर रही हैं कि वे नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिये पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतर जायें।
वर्ष 1989 से लोकसभा में इंदौर क्षेत्र की सतत नुमाइंदगी कर रहीं महाजन 12 अप्रैल को 76 साल की होने वाली हैं। लिहाजा सियासी गलियारों में ऐसी अटकलें भी हैं कि इस बार उन्हें उम्र के आधार पर भाजपा के चुनावी टिकट से वंचित किया जा सकता है। इंदौर से लगातार नौवीं बार महाजन की उम्मीदवारी को लेकर फिलहाल रहस्य बना है। पार्टी उनसे आग्रह कर रही है कि वो खुद चुनाव ना लड़ने का ऐलान कर दें परंतु विधानसभा चुनाव में अपने बेटे मंदार महाजन के टिकट पर समझौता करने वाली सुमित्रा ताई अब किसी भी तरह की बात मानने को तैयार नहीं हैं।