इंदौर। यहां एक लड़की को सरेआम अपहरण कर प्रताड़ित करने एवं बलात्कार की कोशिश का घटनाक्रम सामने आया है। दो ऑटो चालक भाइयों ने लड़की का मोबाइल लूटा, जबरन ऑटो में बिठाया, कपड़े फाड़े, उसके हाथ जलती सिगरेट से दागे और बलात्कार की कोशिश की। लड़की का आरोप है कि जब वो इसकी शिकायत करने पुलिस थाने गई तो पुलिस ने कहा कि 2 चश्मदीद गवाह लाओ।
घटनाक्रम क्या है
युवती ने बताया, मैं रोज खाना बनाने के लिए एक घर पर जाती हूं। गुरुवार शाम 6 बजे जब घर लौट रही थी तभी आसू ने रोका। मेरा मोबाइल फोन छीना और भागने लगा। मैं उसके पीछे भागी। तभी मेरे पीछे आसू का भाई जुनेन्द्र आ गया। दोनों ने मुझे ऑटो में बैठा लिया। मुझसे बद्तमीजी करने लगे। मैं चिल्लाई तो जान से मारने की धमकी देने लगे। तभी एक आरोपी ने मेरे कपड़े फाड़े। दूसरे ने मेरे हाथ पर सिगरेट से जला दिया। उन दोनों पर हैवानियत सवार थी। मैं चीख रही थी। गिड़गिड़ा रही थी कि भइया घर जाने दो। वे मुझे जाने ही नहीं दे रहे थे। इस दौरान वे मुझसे ज्यादती करने की कोशिश कर रहे थे।
पुलिस ने कहा 2 चश्मदीद गवाह लाओ तब एफआईआर लिखेंगे
मैं जैसे-तैसे ऑटो से कूद गई। फिर मैं थाने पहुंची और रिपोर्ट लिखवाने की बात कही। पुलिस ने पहले मुझे कुछ देर बैठाया। फिर बात शुरू की। मैंने पुलिसकर्मियों को बताया कि मैं उन दोनों को जानती हूं। मैंने उनसे बातचीत करना बंद कर दी तो वे मुझसे विवाद करने लगे थे। एक आरोपी कह रहा था कि तू मुझसे शादी कर। मैं उनसे शादी करना नहीं चाहती हूं।'' युवती ने आरोप लगाया कि थाने पर जब वह रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंची थी तो पुलिसकर्मी उससे दो गवाह लाने का कह रहे थे। उनका कहना था कि ऐसे दो लोग लाओ जिन्होंने घटना देखी हो। युवती का कहना है कि जब मेरे साथ घटना हो रही थी तो किसने देखा ये मुझे कैसे पता। फिर भी मैं बाद में परिजन के साथ दो गवाहों को खोजकर लाई। फिर पुलिस ने केस दर्ज किया है।
बीएल मीणा, टीआई तिलक नगर ने क्या कहा
युवती जैसे ही थाने पहुंची हमने उसे बैठाया। हमारे वरिष्ठ एएसआई ने उसकी रिपोर्ट दर्ज की। महिलाओं के मामले में वैसे भी हम गंभीरता रखते हैं। उससे थाने पर किसी ने भी नहीं कहा कि दो चश्मदीद लाओ। हमने तो तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की है। फिर भी उसे किसी से शिकायत या शंका है तो मुझसे मिले।