भोपाल। भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी एवं सतना (SATNA) जिले के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर (Santosh Singh Gaur IPS) को अपराधों पर नियंत्रित करने में अक्षम माना जा रहा है। पुलिस मुख्यालय (Police headquarters) से उन्हे हटाने का मन बना लिया है। उनकी जगह पर पदस्थापना हेतु 3 अधिकारियों के नाम का पैनल भेजा गया है। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग (Election commission) से अनुमति मिलते ही संतोष सिंह गौर को सतना एसपी (SP) के पद से हटा दिया जाएगा।
Crime control नहीं कर पा रहे, चुनाव क्या कराएंगे: CONGRESS
बुधवार को पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ.राजेंद्र कुमार सिंह (Dr. Rajendra Kumar Singh) और जेपी धनोपिया (JP Dhanopia) ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव (VL Kantarov) से मुलाकात कर एसपी गौर को हटाने का मांग उठाई। शिकायत में कहा गया कि गौर के रहते निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव नहीं हो सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग से जुड़े कामों के लिए अधिकृत प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने बताया कि डॉ.सिंह ने शिकायत में बताया है कि गौर के कार्यकाल में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है। दो महीने पहले दो बच्चों की अपहरण हुआ था और दोनों की बाद में हत्या कर दी थी। इस मामले को उत्तरप्रदेश पुलिस ने सुलझाया था। दस दिन पहले दस साल की बच्ची गुम हो गई, जो अभी तक नहीं मिली है। दो दिन पहले तीन बच्चे नागौद से गुम हुए। इनमें दो बच्चों का अपहरण हुआ और फिरौती मांगी गई। एक बच्चे की मृत्यु हो गई।
सुना है SP की पोस्टिंग AJAY SINGH ने कराई थी: BJP
डॉ. सिंह ने पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की है। वहीं, भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने सतना के पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह सतना एसपी को हटाने की मांग कर रहे हैं। क्या पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहमत हैं। सुना है कि एसपी की पोस्टिंग अजय सिंह ने कराई थी, इसलिए मौका मिला और राजेंद्र सिंह ने उन्हें हटाने की मांग कर डाली। यही राजनीति है, इसका अपहरण से कोई वास्ता नहीं है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस मुख्यालय ने देर शाम सतना पुलिस अधीक्षक को बदलने का प्रस्ताव तैयार कर लिया। इसके लिए तीन अधिकारियों का पैनल भी बनाकर सरकार को भेज दिया गया।