कुछ आधुनिक विचार प्रदर्शित करने वाली संस्थाएं महिलाओं की स्वतंत्रता के नाम पर पत्नी का अस्तित्व पति से अलग कर देने की कोशिश कर रहीं हैं। वो पति और पत्नी को 2 अलग प्राणी बतातीं हैं परंतु हिंदुओं के धर्मग्रंथ कहते हैं कि दोनों एक ही यूनिट होते हैं। विवाह संस्कार में गठबंधन के साथ ही दोनों के भाग्य भी आपस में जुड़ जाते हैं। वो ना केवल एक दूसरे के जीवन को प्रत्यक्ष प्रभावित करते हैं परंतु उनके भाग्य को भी प्रभावित करते हैं। इस पोस्ट में हम बता रहे हैं कि पत्नी की आदतों का पति के भाग्य पर क्या असर पड़ता है।
किस तरह की महिलाओं के पति का भाग्य साथ नहीं देता
महिला स्वतंत्रता के लिए काम करने वाली संस्थाएं कहतीं हैं कि पत्नी को कब सोना है, कब उठना है और स्नान करना है या नहीं यह उसका निजी विषय है परंतु भविष्यपुराण के अनुसार जो पत्नी सुबह देर तक सोती रहती है और रोजाना नहाती नहीं है उसके पति का भाग्य उसका साथ नहीं देता। वह हमेशा अभागा ही रहता है। घर की साफ-सफाई का ध्यान न रखने वाली महिला का पति भी अभाग्य का संगी बना रहता है। दूसरो को दुख देने वाली और घर में कलेश करने वाली महिला अक्सर अपनी पति के दुर्भाग्य को बढ़ाती है। जरूरत से अधिक खर्च करने वाली और हर वक्त खाते रहने वाली महिला के पति का भाग्य भी हमेशा मंद रहता है।
किस तरह की महिलाओं के पति भाग्यशाली होते हैं
भविष्यपुराण के अनुसार, जो महिला सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लेती हैं और पूरे मन से श्रृंगार करती है भाग्य हमेशा उसके पति का साथ देता है। इसके साथ ही जो महिलाएं घर की साफ-सफाई और बड़ों का सम्मान करती है उनके पति का भाग्य भी उनका साथ देता है। वहीं, जो महिलाएं हमेशा धर्म के मार्ग पर चलती है और परिवार की खुशियों का ध्यान रखती है उसका पति धनवान बनने के मार्ग पर होता है।