भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की शिकायत चुनाव आयोग से की है। अपनी शिकायत में भाजपा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने वल्लभ भवन (मंत्रालय) को कांग्रेस पार्टी का कार्यालय बना दिया है। मुख्यमंत्री यही से बैठकर चुनाव की प्लानिंग कर रहे है और लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलवा रहे है, जो कि आचार संहिता का उल्लंघन है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने साक्ष्य सौंपकर चुनाव आयोग से मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है। प्रतिनिधि मंडल में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विजेश लुणावत, श्री एस.एस. उप्पल, श्री रवि कोचर, श्री संजीव दुबे, श्री अश्विनी राय शामिल थे।
श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ मंत्रालय में बैठकर अपने प्रभाव का दुरूपयोग कर रहे है। 10 मार्च से मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा पार्टी की चुनाव संबंधी बैठकें मंत्रालय में हो रही है। मंत्रालय को कांग्रेस मुख्यालय में बदल दिया गया है और यहां से चुनाव प्रक्रिया में लगे अधिकारियों पर राजनैतिक दबाव बनाया जा रहा है। उद्योगपतियों को बुलाकर चुनाव के लिए पैसा इकठ्ठा किया जा रहा है। शिकायत में कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है लेकिन आचार संहिता लागू होने के बाद भी शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा बीएसपी के पूर्व विधायक बलवीर सिंह डंडोतिया को उनके 70 समर्थकों को मंत्रालय में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता दी गयी, जो कि आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आता है। भाजपा ने इस संबंध में चुनाव आयोग को वीडियों भी सौंपा है।
प्रतिनिधिमंडल ने शिकायत करते हुए मांग की है कि 10 मार्च से वर्तमान दिनांक तक का मंत्रालय का प्रवेश एवं निकास का संपूर्ण रिकार्ड एवं सीसीटीवी फूटेज की जांच की जाए, साथ ही मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर कांग्रेस पार्टी के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किन-किन व्यक्तियों को प्रवेश दिया गया है, उनकी जांच हो एवं मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व विधायक बलवीर सिंह डंडोतिया और उनके समर्थकों के विरूद्ध आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो।