भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (MAKHANLAL CHATURVEDI PATRAKARITA AVAM SANCHAR VISHWAVIDYALAYA- MCU) अपने यूटीडी व विभिन्न परिसरों में अगले सत्र 2019-20 में किसी भी मीडिया कोर्स (MEDIA COURCE) में एडमिशन (ADMISSIONS FOR 2019-20) नहीं देगा। इस सत्र को जीरो ईयर (ZERO YEAR) घोषित करने की तैयारी की जा रही है। इसके पीछे कि मंशा यह है कि यहां संचालित मीडिया कोर्स के स्तर में सुधार करना है।
विवि का एक मकसद मीडिया कोर्स के सिलेबस में बदलाव कर गुणवत्ता को बढ़ावा देना बताया जा रहा है। साथ ही विवि इसके माध्यम से किसी एक विशेष विचारधारा को सिलेबस में शामिल करने के आरोपों को भी विराम देना चाहता है, लेकिन सवाल यह है कि क्या जीरो ईयर घोषित किए बिना बदलाव नहीं किए जा सकते। वर्ष 1997 में भी पहले जीरो ईयर घोषित किया गया था।
सिलेबस की गुणवत्ता को लेकर हैं सवाल
छात्रों को हो सकता है नुकसान... विवि में मीडिया संंबंधी लगभग 20 कोर्स संचालित हो रहे हैं। इनमें 1 हजार से अधिक सीट हैं। जीरो ईयर होने से छात्रों के सामने से एक अवसर खत्म हो जाएगा। क्योंकि, ऐसे छात्र जो इस सत्र 2018-19 में 12वीं की परीक्षा और यूजी कोर्स के अंतिम वर्ष की परीक्षा पास कर यहां संचालित कोर्सेस में एडमिशन लेना चाहते हैं उन्हें एक साल इंतजार करना पड़ेगा या अन्य संस्थान में एडमिशन लेना होगा। विवि के अधिकारियों का कहना है कि ऐसे में कुछ कोर्स बंद भी हो सकते हैं।
एचओडी से भी लिए जा रहे हैं फीडबैक
पत्रकारिता विवि द्वारा संचालित विभिन्न कोर्स के सिलेबस की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं। इसलिए अब इसे नए सिरे से तैयार किए जाने की बात कही जा रही है। विवि एक्सीलेंस के मॉडल के रूप में स्थापित हो सके, इसके लिए एंट्रेंस टेस्ट लेकर सेमेस्टर परीक्षा के रिजल्ट घोषित करने तक की प्रक्रिया में बदलाव करना है। कुलपति दीपक तिवारी के ज्वाइन करने के बाद विवि ने मंथन शुरू कर दिया है। एचओडी से फीडबैक लिए जा रहे हैं। कुलपति तिवारी ने भी कहा है कि विवि इस बारे में विचार कर रहा है।