भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले वन विभाग ने एक आदेश जारी करके विभाग में औसत 20 साल से काम कर रहे कम्प्यूटर आपरेटरों की सेवाएं समाप्त कर दीं हैं। अब तक तीन वनमंडलों में आदेश जारी हो चुके हैं। कहा जा रहा है कि प्रदेश के सभी मंडलों में इस तरह के आदेश जारी किए जाने वाले हैं।
वन मण्डलाधिकारी रायसेन, खण्डवा, टीकमगड से आदेश जारी हुये है कि दिनांक 15/03/2019 में वीडियों कान्फेस में वरिष्ठ से प्राप्त निर्देशानुसार आगामी वित्तयी वर्ष में कम्प्यूटर आपरेटरों के भुगतान हेतु बजट आवंटन नहीं किया जावेगा। अत: सभी कम्प्यूटर आपरेटर को कार्य से बंद कर दिया जावेगा। बताया जा रहा है कि इसी तरह के आदेश पूरे प्रदेश में निकाले जाने वाले हैं। यानी वनविभाग में कार्यरत सभी कम्प्यूटर आपरेटरों की सेवाएं समाप्त की जा रहीं हैं।
सवाल यह है कि जो कम्प्यूटर आपरेटर अपनी ईमानदारी से 25 वर्ष से विभाग को सेवा दे रहे जिससे वे अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे है, उसी को विभाग के आलाधिकारी कार्य से बंद करने का आदेश निकाल चुके हैं। बताया जा रहा है कि कम्प्यूटर आपरेटर पिछले 10 से 20 साल से वनविभाग को नियमित सेवाएं दे रहे हैं। सीएम कमलनाथ के निर्देश दिए थे कि इस तरह किसी भी कर्मचारी की सेवाएं समाप्त नहीं की जाएंगी।