इंदौर। यहां पुलिस ने उरी सर्जिकल स्ट्राइक (Uri Surgical Strike) में शामिल हुए मेजर विहान सिंह शेरगिल (Major Vihan Singh Shergill) का फर्जी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक का नाम शुभमकांत चतुर्वेदी (Shubhamakant Chaturvedi) बताया गया है, उसे 'रुद्राक्ष' नाम से भी पुकारते थे। वो मेजर की वर्दी मेें घूमता था। उसने 15 लड़कियों से दोस्ती कर ली थी। एक से शादी करने वाला था। इसी बीच धर लिया गया।
एएसपी (क्राइम) अमरेंद्र सिंह (ASP (Crime) Amarender Singh) के मुताबिक गुरुवार रात आरोपित शुभमकांत चतुर्वेदी उर्फ रुद्राक्ष उर्फ मेजर विहानसिंह शेरगिल को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उसके विरुद्ध अरबिंदो मेडिकल कॉलेज (Aurobindo Medical College) के प्रोफेसर डॉ.आनंद द्विवेदी (Professor Dr. Anand Dwivedi) ने 35 हजार रुपए की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी। आरोपित से सेना की वर्दी भी बरामद की गई है, जिस पर विहानसिंह शेरगिल के नाम की पट्टी लगी हुई है।
शुभमकांत ने पूछताछ में बताया कि दो साल से फर्जी कैप्टन-मेजर बनकर धोखाधड़ी कर रहा था। वह एनसीसी का स्टूडेंट रहा है। कुछ लोगों ने उससे कहा कि तू फौजी जैसा लगता है। इस पर उसने 800 रुपए में वर्दी खरीदी और कैप्टन रुद्राक्ष बनकर घूमने लगा। रालामंडल में एक इंजीनियरिंग छात्रा राधिका मिली। वह मुझे देखकर इम्प्रेस हुई और दोस्ती कर ली। दोनों डेटिंग करने लगे। राधिका के साथ उरी फिल्म देखने गया। फिल्म के हीरो विक्की कौशल ने मेजर विहान सिंह का रोल किया था। राधिका ने कहा कि तुम्हारी पर्सनालिटी तो विहान सिंह शेरगिल जैसी है। इस पर शुभम ने अगले ही दिन वर्दी पर विहान सिंह शेरगिल की नेमप्लेट लगा ली।
फिजियोथैरेपिस्ट को बनाया मंगेतर, अंगूठी-कपड़े किए गिफ्ट
आरोपित ने राधिका, शालिनी और ऋतिका (शिक्षिका) सहित करीब 15 युवतियों से दोस्ती कर ली थी। उनसे बारी-बारी से मिलता रहता था। एक नामी कॉलेज की फिजियोथैरेपिस्ट फाइनल ईयर की छात्रा से रिश्ता तय कर लिया था। उसे सोने की अंगूठी और कपड़े गिफ्ट किए थे। धोखाधड़ी के बाद मोबाइल नंबर बदल लेता था। लड़कियों को शक होने पर उनसे बोलता था कि सेना उसकी निगरानी करती है। बार-बार युद्ध में जाना पड़ता है। डॉक्टर के परिजन शादी की तैयारियों में जुटे थे। इसी बीच उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज हो गया और उसे पुलिस ने पकड़ लिया।
कैंटीन से चश्मे, कार-बाइक का झांसा देकर करता था ठगी
एएसपी के मुताबिक आरोपित सीएसडी (आर्मी कैंटीन) से सस्ते चश्मे, कार और बाइक दिलाने का झांसा देकर खातों में रुपए जमा करवा लेता था। कुछ दिनों बाद मोबाइल बंद कर भाग जाता था। आरोपित अभी तक 20 लोगों को ठग चुका है। वह आर्मी कैम्प महू के आसपास भी जाता था। पुलिस आर्मी इंटेलिजेंस को पत्र लिखकर आरोपित के बारे में सूचना देगी।