भोपाल। किसी जमाने में भाजपा की फायर ब्रांड कही जाने वाली साध्वी उमा भारती अब मंझी हुईं राजनीतिक खिलाड़ी की तरह खेलती नजर आ रहीं हैं। दिग्विजय सिंह के सहारे एक बार फिर उन्होंने सीएम हाउस तक पहुंचने की तैयारी शुरू कर दी है। इस समय जबकि पूरी भाजपा दिग्विजय सिंह के हमलों से घायल है, उमा भारती दनादन जवाबी हमले कर रहीं हैं।
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शुक्रवार को भी एक के बाद 10 ट्वीट किए। वो भोपाल संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह पर जमकर बरसीं। गुरुवार को भी उमाभारती ने लगातार 8 ट्वीट कर दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा था। उमा ने कहा कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए दिग्विजय सरकार के भ्रष्टाचार की जांच बैठाई थी, लेकिन मुझे इसे साबित करने का मौका नहीं मिला। अब मैं भोपाल की हर गली में दिग्विजय के खिलाफ प्रचार करुंगी। इससे पहले दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि उमा भारती ने उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे परंतु वो एक भी आरोप साबित नहीं कर पाईं।
उमा भारती में साफ नजर आती है मुख्यमंत्री की कुर्सी की तड़प
2003 में दिग्विजय सिंह को करारी शिकस्त देने के बाद उमा भारती भाजपा की सबसे लोकप्रिय नेता बन गईं थीं लेकिन हुबली मामले में वारंट जारी हो जाने के बाद उन्हे इस्तीफा देना पड़ा। उनकी योजना थी कि वो वापस मुख्यमंत्री बनेंगी परंतु भाजपा नेताओं ने ऐसा जाल बुना कि उमा भारती फंसकर रह गईं। बाबूलाल गौर के बाद जब शिवराज सिंह मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने उमा भारती को मध्यप्रदेश से बेदखल करवा दिया। अब एक बार फिर अवसर उनके हाथ में हैं और वो अवसर को चूकने के लिए कतई तैयार नहीं हैं।