भोपाल। पटवारी भर्ती प्रक्रिया को एक बार फिर आचार संहिता के नाम पर रोक दिया गया है। इससे पहले अधिकारी लापरवाही करते रहे जबकि वो चाहते तो प्रक्रिया लोकसभा आचार संहिता के पहले पूरी की जा सकती है। उम्मीदवारों की मांग है कि या तो सरकार चुनाव आयोग से अनुमति लेकर शेड्यूल यथावत रखे और यदि ऐसा नहीं हो सकता तो वेटिंग लिस्ट वालों के लिए जो 18 महीने की शर्त है, उसमें से आचार संहिता की अवधि को शून्य घोषित किया जाए। उम्मीदवार आंदोलित हैं और सरकार से जवाब चाहते हैं।
दिसम्बर 2017 में 9235 पदो के लिए peb द्वारा परीक्षा आयोजित करवाई गई। जिसका परिणाम 26 मार्च 2018 को घोषित किया गया। जिसमे चयनित उम्मीदवारों के साथ कुल पदों के 15% की यानी 1385 लोगो को प्रतीक्षा सूची में स्थान दिया गया एवं peb (व्यापमं) की रूलबुक में ऐसा प्रावधान किया गया कि यदि मैरिट में स्थान प्राप्त चयनित उम्मीदवारों से यदि पद रिक्त रह जाते है तो दूसरे व तीसरे चरण की काउंसलिंग द्वारा प्रतीक्षा सूची के 1385 उम्मीदवारों द्वारा 18 माह के अंदर भरे जाएंगे।
इसके बाद 23 जून 2018 को मैरिट के चयनित उम्मीदवारों की प्रथम चरण की काउंसलिंग आयोजित की गई। जिसमें की लगभग 1000+ से अधिक उम्मीदवार अनुपस्थित रहे एवं अंतिम रूप से उन्हें 6 अगस्त 2018 को प्रशिक्षण के लिए भेज दिया गया। इस प्रकार साल के अंत तक विभाग के आला अधिकारियों व मीडिया के माध्यम से आई खबरों के अनुसार रिक्त पदों की संख्या 1400+ हो गई।
जब इस संबंध में अर्थात प्रतीक्षा सूची जारी करने के लिए विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने विधानसभा चुनाव अचार संहिता लगने व नई सरकार के दिशा निर्देशों का हवाला दे कर वेटिंग के उम्मीदवारों को वापस लौट दिया। इसके बाद सभी 1385 वेटिंग उम्मीदवार 6 jan 2019 को मुख्यमंत्री जी व राजस्व मंत्री जी से मिले जहां उन्हें ठोस व त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया गया।
उसी क्रम में 11 jan 2019 को विभाग के सचिव श्री शैल्वेन्द्रम जी बयान आया कि फरवरी माह में वेटिंग लिस्ट जारी की जाएगी व दूसरे चरण की काउंसलिंग करवा कर प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद फरवरी माह के 2 सप्ताह बीत जाने के बाद जब उम्मीदवारों ने विभाग से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की तो न ही विभाग के आला अधिकारीयों न कोई सूचना दी और न ही किसी कर्मचारी ने कुछ बताया। जिससे उम्मीदवारों के मन मे भय व आशंका का माहौल व्याप्त हो गया।
जब और अधिक खोजबीन की गई तो मालूम हुआ कि विभाग द्वारा फरवरी माह के 2 सप्ताह बीत जाने के बाद भी प्रक्रिया प्रारंभ ही नहीं गई। जिससे असन्तुष्ट होकर वेटिंग के उम्मीदवार 11 फरवरी 2019 को जानकारी प्राप्त करने व प्रक्रिया शुरू करवाने हेतु पुनः मोतीमहल परिसर राजस्व विभाग ग्वालियर उपस्थित हुए। जहां 7-14 feb की छुट्टी पर जाने के कारण विभाग के आला अधिकारी से मुलाकात नही हो पाई।
अब वस्तुस्थिति यह है कि शेड्यूल विभाग ने डाला दिया है साइट पर कि 1 अप्रेल को वैरिफिकेशन कर लिया जाएगा। पर आज 18 मार्च को आयुक्त ने बोला कि आचार संहिता लग चुकी अभी कुछ नहीं किया जा सकता चुनाव बाद ही कुछ होगा ये शेड्यूल केंसिल समझो। दो बार पहले ही शेड्यूल केंसिल किया जा चुका है।
विभाग के आला अधिकारियों व कर्मचारियों के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार, लापरवाही, लेट-लतीफी, हीला-हवाली, अकारण की चुप्पी व जानकारी के अभाव के कारण उम्मीदवारों में असन्तोष भय व आशंका का माहौल व्याप्त है उन्हें अचार संहिता लग जाने का डर सता रहा है जिससे निर्धारित समय 18 माह की अवधि बीत जाने पर वह किसी काम के नही रहेंगे। सभी 1385 उम्मीदवार कह ले या परिवार कह ले उन सबका भविष्य खतरे में है।
निवेदक
समस्त पटवारी प्रतीक्षा सूची उम्मीदवार