चेन्नई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार सुबह चेन्नई के स्टेल्ला मेरिस कॉलेज में छात्राओं से मुखातिब हुए। उन्होंने पूछा- आपने कितनी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीन हजार महिलाओं के बीच देखा है? आपने कितनी बार प्रधानमंत्री को मेरी तरह ओपनली लोगों के बीच खड़े होकर उनके सवालों का जवाब देते हुए देखा है। आज देश में अलग तरह की विचारधारा चल रही है। यहां लोगों को समानता के साथ न्याय भी नहीं मिलता है। कांग्रेस अध्यक्ष यहां एक कार्यक्रम में पहुंचे थे।
बांटने की नीति के खिलाफ जोड़ने की नीति की लड़ाई
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रश्न पूछने वाली छात्राओं से राहुल सर की जगह पर सीधे राहुल से संबोधित करने की अपील की। राहुल ने कहा कि आने वाला लोकसभा चुनाव विचारधारा की लड़ाई है। यह बांटने की नीति के खिलाफ जोड़ने की नीति की लड़ाई है। रॉबर्ट वाड्रा को लेकर पूछे सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘उनके बारे में क्या? कानून सबके लिए समान है और सरकार को इस पर फैसला लेने का अधिकार है। प्रधानमंत्री का नाम भी सरकारी दस्तावेजों में दर्ज है। जिससे यह साबित भी होता है कि दैसो के साथ राफेल डील में उन्होंने हस्तक्षेप किया।’’
राहुल ने पूछा- क्या आपको कॉलेज से निकलते ही जॉब मिलेगा
एक छात्रा ने राहुल से देश में गहराते रोजगार संकट की स्थिति को लेकर सवाल पूछा। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘देश में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। क्या आपको लगता है कि इस अच्छे कॉलेज से पढ़कर जब आप बाहर निकलेंगे तो आपको जॉब मिल जाएगा? आने वाले दिनों में देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती चीन के साथ रहने वाली है।’'