इस साल चैत्र नवरात्रि 24 मार्च दोपहर 2:57 बजे से शुरु हो रहे हैं। बता दें, चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि 24 मार्च दोपहर 2:57 बजे से शुरु होकर 25 मार्च दोपहर 5:26 बजे तक रहेगी। खास बात यह है कि इस बार चैत्र नवरात्रि के व्रत में किसी भी तिथि का क्षय नहीं है। जिसकी वजह से माता के भक्त पूरे नौ दिनों तक मां की पूजा अर्चना और व्रत कर पाएंगे। इन 9 दिनों में माता के भक्त लगातार 9 दिन तक व्रत एवं उपवास रखते हैं। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि व्रत और उपवास में अंतर होता है। उपवास यानी अन्नादि का त्याग करना और व्रत यानी 9 दिन के लिए एक संकल्प लेना। जैसे प्रतिदिन किसी निर्धन की सहायता करेंगे, व्यापारी हैं तो 9 दिन लाभ का त्याग करेंगे, शराब आदि व्यसन का त्याग करेंगे, रिश्वत नहीं लेंगे, झूठ नहीं बोलेंगे। इत्यादि।
मुख्य रूप से साल में दो नवरात्र आती हैं जिसमें से चैत्र नवरात्र एवं आश्विन नवरात्र होती है। चैत्र नवरात्रि गर्मियों के मौसम की शुरूआत में आती है जिसमें उपवास रख कर मां की आराधना की जाती है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि के दिनों में उपवास रखते हुए कुछ विशेष सावधानियां रखनी चाहिये। आइये जानते हैं कौन सी हैं सावधानियां जो उपवास के दिनों में रखने से शुभ फल की प्राप्ति देता है:
नवरात्रि उपवास में ये सावधानियां रखें
- नवरात्र में आपको मां दुर्गा की प्रतिमा या मूर्ति के सामने लाल फूल रोज चढ़ाना चाहिए।
- इन नौ दिनों न तो बाल कटवाने चाहिये और ना ही दाढ़ी मूंछ बनवानी चाहिये।
- नवरात्रि में भोजन में नॉन वेज, प्याज, लहसुन नहीं खाना चाहिये।
- नौ दिन तक नींबू को नहीं काटना चाहिये, यह बेहद अशुभ माना जाता है।
- नौ दिन तक दोपहर में नहीं सोना चाहिये। इससे आपको फिर व्रत रखने का फल नहीं मिलता।
- इन दिनों काले कपड़े नहीं पहनने चाहिये।
- प्याज-लहुसन के अलावा अनाज और नमक का भी सेवन नहीं करना चाहिये।
- नवरात्रि पर चमड़े से बनी हुए चीजें ना पहनें। इनमें से चमड़े की बेल्ट, बैग और जूते-चप्पल शामिल हैं।
- मां दुर्गा की अराधना आपके हर दुख को मिटाती है और आर्थिक परेशानियों को भी दूर करती है। इसलिए भक्तों को नवरात्र में अष्टमी और नवमी का मौका नहीं गंवाना चाहिए।