भोपाल। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज धार में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि नामदार परिवार के ये वही खास सिपहसालार हैं, जिन्हें अब आतंक को बढ़ावा देने वाले शांतिदूत नजर आने लगे हैं। ये वही महोदय हैं, जिनको दुनिया का सबसे बड़ा आतंकी ओसामा बिन लादेन शांतिदूत लगता था, जिन्होंने मुंबई हमले में पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी थी और जांच को भटकाने की कोशिश की थी। बाटला हाउस एनकाउंटर के समय ऐसे ही एक और राजदरबारी ने दुनिया को बताया था। तब रिमोट से सरकार चलाने वालों के आंसू रुकते नहीं थे।
ये कौन थे जिनके आतंकियों के लिए आंसू रुकते नहीं थे। क्या ऐसी कांग्रेस से आतंक के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद की जा सकती है। क्या ये आतंक के सरपरस्तों को खत्म कर सकते हैं, उनमें दम है, माद्दा है, इरादा है। कौन कर सकता है आतंकवादियों का मुकाबला, उनका खात्मा कौन कर सकता है। मोदी नहीं......सवा सौ करोड़ देशवासी कर सकते हैं। ये ताकत हिंदुस्तान में है। आतंक के प्रति इसी कांग्रेसी रवैये के कारण आतंक को मुंहतोड़ जवाब नहीं मिल पाता। आज ये स्ट्राइक पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन जब इनकी सरकार थी तब क्या होता था। ये हर आतंकी हमले के बाद चुप बैठ जाते थे, या फिर हमारी जवानों की कार्रवाई पर आंसू बहाते थे। इनका वही चेहरा एक बार फिर सामने आया है। एयर स्ट्राइक पाकिस्तान में हुई, लेकिन सदमा भारत में। विपक्ष के लोगों का चेहरा देखिए एक हफ्ते से ऐसा मुंह लटकाए हैं मानो दुखों का पहाड़़ टूट गया हो।
मोदी को गाली बदले इन्हें पाकिस्तान में ताली मिलती है
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत भर में महामिलावट करने वाले लोग अब अंतरराष्ट्रीय महामिलावट कर रहे हैं। यहां ये मोदी को गाली देते हैं वहां पाकिस्तान में इनके लिए तालियां बजती हैं। अखबारों की हैडलाइंस भरी पड़ी हैं। चैनलों पर इनके ही चेहरे दिखाई पड़ते हैं। आजकल ये महामिलावटी लोग पाकिस्तान के पोस्टर बॉय बन गए हैं। आपने देखा होगा, एयर स्ट्राइक के बाद पाक की बोलती बंद हो गई, अलग-थलग पड़ गया, तो उसकी इज्जत बचाने के लिए यही मिलावटी सामने आ गए। कोई सबूत मांगने लगा, कोई आतंकियों की लाशों की संख्या पूछने लगा। ये लोग पाकिस्तान को ही शांति का दूत बताने लगे। यह अतरराष्ट्रीय महामिलावट एक सुर में राग अलाप रही है। एक तरफ देश भर में देश को प्यार करने वाले लोग एक हो रहे हैं, तो दूसरी तरफ मोदी की नफरत में सारे मिलावटी कूं कूं कर रहे हैं। भारत के बाहर भी सहारा ढूंढ रहे हैं। जब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में देश एकमत हो रहा है, तब ये देश को भ्रमित कर इस लड़ाई को कमजोर करना चाहते हैं। हमारी सेना का पराक्रम पूरा विश्व मान रहा है, ये सेना से ही सबूत मांगकर उसका मनोबल तोड़ रहे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि जब पूरी दुनिया भारत के साथ है। तब ये प्रश्न करके भारत को कमजोर करने का हीन प्रयास कर रहे हैं। कड़े से कड़ा और बड़े से बड़ा फैसला तब आता है, फैसले का हौसला भी तब आता है, जब राष्ट्रहित सर्वोपरि हो, सिर्फ अपने परिवार का हित नहीं। भाजपा के लिए व्यक्ति से बड़ा दल और दल से बड़ा देश होता है। इसलिए हर फैसला सिर्फ और सिर्फ देश हित में लिया जा रहा है।