भोपाल। कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन एवं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने बयान दिया है कि यदि पार्टी चाहेगी तो वो लोकसभा चुनाव लड़ने को तैयार हैं। इस बयान के साथ ही प्रियंका गांधी के लिए सुरक्षित सीट की तलाश शुरू हो गई है।
मध्यप्रदेश की छिंदवाड़ा सबसे सुरक्षित
बता दें कि मध्यप्रदेश की छिंदवाड़ा सीट, मूल रूप से गांधी परिवार की सीट है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपने बेटे संजय गांधी के दोस्त कमलनाथ को यहां से चुनाव लड़ने के लिए भेज दिया था। यह इंदिरा गांधी का ही प्रभाव था कि वह प्रत्याशी जो बाहरी था, जिसे भाषण देना तक नहीं आता था, जो आकर्षक भी नहीं था, उसे ना केवल जिताया बल्कि बार-बार जिताया। प्रियंका गांधी के लिए यह सबसे सुरक्षित सीट होगी क्योंकि सीएम कमलनाथ खुद यहां से विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। वो ज्यादातर समय छिंदवाड़ा को दे रहे हैं। यहां उनका मजबूत नेटवर्क है। प्रियंका गांधी को नामांकन पर्चा दाखिल करने के बाद एक बार भी यहां आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वो आसानी से अपने प्रचार अभियान में भाग ले सकेंगी।
कमलनाथ ने ही कहा है: दिग्गज नेता चुनौतीपूर्ण सीट से लड़ेंगे
सीएम कमलनाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेता चुनौतीपूर्ण सीटों से लड़ेंगे। इसी नीति के चलते उन्होंने दिग्विजय सिंह को भोपाल सीट से मैदान में उतार दिया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया को इंदौर सीट से उतारने की बात चल रही है। यदि कमलनाथ अपने बेटे नकुल नाथ को बैतूल सीट से उतार दें तो कांग्रेस के लिए काफी लाभदायक होगा। लोग कमलनाथ ना यह आरोप भी नहीं लगा पाएंगे कि उन्होंने अपने बेटे को सुरक्षित सीट देकर स्पून फीडिंग की है।
गांधी परिवार का मप्र से भी रिश्ता होना चाहिए
गांधी परिवार अब तक सारे चुनाव उत्तरप्रदेश से ही लड़ता रहा है। रायबरेली और अमेठी दोनों सीटें उत्तरप्रदेश में आतीं हैं। यदि प्रियंका गांधी के लिए छिंदवाड़ा का चुनाव होता है तो गांधी परिवार का मप्र से रिश्ता बन जाएगा। छिंदवाड़ा में ना केवल उन्हे रिकॉर्ड जीत मिलेगी बल्कि अमेठी जैसे पोस्टर भी नहीं लगेंगे। यहां के लोगों को करीब 4 दशक से आदत है, उनका सांसद शहर में नहीं रहता, सिर्फ दौरे पर ही आता है।