भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान को आरएसएस ने भी चेतावनी दे दी है। सर संघचालक मोहन भागवत ने शिवराज सिंह का तलब किया और स्पष्ट रूप से बताया कि वो ऐसी कोई भी चूक ना करें, जो लोकसभा चुनाव के लिए नुक्सानदायक साबित हो। बता दें कि मनमोहक भाषणों के कारण मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचे शिवराज सिंह को उनके एक बयान 'माई का लाल' ने कुर्सी से नीचे उतार दिया। उनके बयानों और घोषणाओं का खामियाजा पूरी भाजपा को भोगना पड़ा।
बुधवार को ग्वालियर के केदारपुर स्थित सेवा भारती धाम में सर संघचालक मोहन भागवत ने शिवराज सिंह का तलब किया। दोनों के बीच लोकसभा चुनावों के साथ ही अन्य विषयों पर करीब आधा घंटे तक चर्चा हुई। संघ की अभा प्रतिनिधि सभा में शामिल हुए प्रांत प्रचारकों से फीडबैक मिला है कि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार का कारण केवल शिवराज सिंह चौहान के बयान रहे, जिन्होंने ना केवल लोगों को नाराज किया बल्कि भाजपा के खिलाफ भड़काया।
सर संघचालक मोहन भागवत की डांट खाने के बाद शिवराज सिंह मीडिया से बिना बात किए ही चले गए। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान पर सीएम कमलनाथ से दोस्ती निभाने का भी आरोप है। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया को तो टारगेट किया परंतु कमलनाथ को लेकर नरम रुख अपनाया। सत्ता से बेदखल होने के बाद भी शिवराज सिंह के कई बयान ऐसे आए जो कमलनाथ सरकार को फायदा पहुंचाते हैं या फिर उनकी परेशानियां कम करते हैं।