भोपाल। शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने चुनाव (ELECTION) लड़ने के फैसले पर कहा कि ये पार्टी का फैसला होगा वो पार्टी के सिपाही हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि उनका भोपाल (Bhopal) ही नहीं पूरे देश पर फोकस है। मामा की छवि एक दिन में नहीं बनी, एक दिन में ये छवि नहीं बिगड़ती।
शिवराज सिंह ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नहीं थे, उसके पहले से बेटियों की शादी कराते थे, इसके बाद लोगों ने मामा कहना शुरु कर दिया, रिश्ते यूं ही नहीं बरसों में बनते हैं। जब उनसे सरकार को बार-बार धमकाने को लेकर सवाल किया गया तो शिवराज सिंह ने कहा कि हम सरकार को नहीं धमका रहे हैं, सरकार में जो लोग हैं वो ही उन्हें धमका रहे हैं। बीजेपी को ज्यादा वोट प्रतिशत मिले हैं, बहुमत कांग्रेस का भी नहीं बीजेपी 109 और कांग्रेस 114 है।
बिना बहुमत वाली सरकार हम चिमटी से छूना पंसद नहीं करेंगे, उनकी ज्यादा सीटें थी इसलिए उनकी प्रदेश में सरकार है। विदिशा से साधना सिंह के चुनाव लड़ने के मुद्दे पर शिवराज सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता और पार्टी चाहेगी तो वे चुनाव लड़ सकती हैं लेकिन साधना (Sadhana) ने कभी नहीं कहा कि वे चुनाव लड़ना चाहती हैं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि विदिशा में साधना कि उनसे ज्यादा लोकप्रियता है।