भोपाल। अनुसूचित वर्ग के लोगों पर अत्याचार और अजा वर्ग की महिलाओं के यौन शोषण के मामलों में आरोपी अक्सर दबंग होते हैं परंतु सागर में 12 साल की लड़की की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। लड़की का सिर काटकर फैंक दिया गया था। परिवार ने पड़ौसी छोटे सिंह पटेल पर हत्या का आरोप लगाया था परंतु पुलिस ने दावा किया है कि लड़की का उसके भाईयों एवं चाचा ने मिलकर गैंगरेप किया और फिर हत्या कर दी। पड़ौसी से विवाद था इसलिए उसे इस केस में फंसा दिया।
बड़ा भाई रेप करता था, नानी के घर भी नहीं जाने देता था
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि 13 मार्च को घर से स्कूल पेपर देने निकली 12 वर्षीय छात्रा की सिर कटी लाश मिलने के बाद पुलिस जांच कर रही थी। कुछ संदेहियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि उस दिन लड़की के साथ एक लाल टी शर्ट पहने हुए युवक देखा गया था। पुलिस ने इस दिशा में जांच शुरु की तो वह लाल टीशर्ट उसी के सगे भाई की निकली। इसके बाद पुलिस ने मृतका के भाईयों से सख्ती से पूछताछ की। पता चला कि सबसे बड़े भाई रामप्रसाद अहिरवार ने अपनी छोटी बहन से जबरन संबंध बना लिए थे। वह उसे नानी के घर भी नहीं रहने देता था।
बड़े भाई ने सबको बुलाया, गैंगरेप किया, चाचा ने रोका नहीं शामिल हो गया
रामप्रसाद हरियाणा में मजदूरी करने लगा और कुछ दिन पहले ही लौटकर आया था। वह लड़की को उठाकर पास में ही चाचा की एक कोठी पर ले गया। उसने अपने दो छोटे भाई ब्रजेश व एक नाबालिग तीनों को वहां बुला लिया और तीनों ने उससे रेप किया। चाचा बंशीलाल ने भी बेटी को नहीं बख्शा। लड़की ने चारों के सामने कहा कि वह थाने में रिपोर्ट लिखाकर सब कुछ बता देगी। इससे डर कर चारों ने उसे कोठी में बंद कर दिया। और अंधेरा होते ही पास के ही खेत में ले गए। वहां हंसिया से चारों ने लड़की का गला काटकर धड़ से करीब 20 मीटर दूर फेंक दिया। बंशीलाल की पत्नी सुशीला को भी यह पूरा घटनाक्रम पता था। पुलिस ने उसे भी सहआरोपी बनाया है। आरोपी रामप्रसाद फरार है। पुलिस ने बृजेश व उसके नाबालिग छोटा भाई व चाचा बंशीलाल व उसकी पत्नी सुशीला अहिरवार को गिरफ्तार कर लिया है।
हत्याकांड में पड़ौसी को फंसाने की कोशिश की
बंडा थाना प्रभारी सतीश सिंह ने बताया कि वारदात में शामिल लड़की का चाचा बंशी ने पहले पुलिस को बताया था कि पड़ोसी छोटे पटेल का जमीन को लेकर उसके भाई से विवाद था। उसी ने हत्या की है। चूंकि डर के कारण छोटे लाल भी भाग गया था। इसी बीच बंडा के जनपद अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने आरोपी से बात की तो उसने खुद को निर्दोष बताया। उसी के भरोसे पर वह थाने में पेश हो गया। इस बीच पुलिस को लाल टी शर्ट के आधार पर घटना के बारे में काफी कुछ सुराग हाथ लगेे। मुख्य आरोपी रामप्रसाद की तलाश जारी है।
लड़की के माता-पिता बोलने की स्थिति में नहीं
पुलिस ने बताया कि लड़की के माता-पिता इस पूरे घटनाक्रम के खुलासे के बाद कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है। घटना के दिन दोनों ही घर पर नहीं थे। सागर आईजी सतीश सक्सेना ने वारदात का खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है।