भोपाल। भोपाल के राजू चौहान ने खुद को शिवराज सिंह चौहान का भांजा बताया और सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 3 लाख रुपए की ठगी कर ली। आरक्षक भर्ती घोटाला में शिवराज सिंह का नाम आने के कारण पीड़ित ने यह भरोसा भी कर लिया कि इसी तरह से वो भी आरक्षक बन सकता है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। अभी यह प्रमाणित नहीं हो पाया है कि राजू चौहान किस रिश्ते से शिवराज सिंह चौहान का भांजा लगता है। हालांकि यह कहा जा सकता है कि राजू चौहान, शिवराज सिंह का ही भांजा है क्योंकि शिवराज सिंह खुद को 'मामा' ही बताते हैं।
जानकारी के मुताबिक फरियादी रामप्रसाद पुत्र कल्याण धाकड़ निवासी झाडेल थाना बदरवास ने शिकायत आवेदन दिया था। सिटी कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी बल्लू धाकड़ निवासी महाराणा प्रताप शिवपुरी और राजू चौहान निवासी एमपी नगर भोपाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। रामप्रसाद का आरोप है कि भोपाल निवासी राजू चौहान ने स्वयं को शिवराज सिंह चौहान का भानजा बताकर आरक्षक की नौकरी लगवाने के एवज में 15 मार्च 2017को 3 लाख रुपए लिए थे। यह राशि महाराणा प्रताप नगर शिवपुरी निवासी बल्लू धाकड़ के कमरे पर दी थी।
राशि लेने के बाद आरक्षक की नौकरी नहीं लगवाई। तीन लाख रुपए वापस मांगे तो राजू चौहान ने 20 मई 2018 का बैरागढ़ भोपाल शाखा का 2 लाख रुपए का चेक थमा दिया। बाद में पता चला कि चेक बोगस है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामला विवेचना में ले लिया है।