भोपाल। विधानसभा चुनाव अभियान (election campaign) के दौरान कांग्रेस ने शिवराज सिंह (Shivraj Singh) सरकार पर भारी भ्रष्टाचार (Corruption) के आरोप लगाए थे। लिस्ट जारी की थी जिसमें बताया गया कि 5 साल के 1825 दिनों में 1825 घोटाले किए गए परंतु जब सरकार बनी तो विधानसभा में कमलनाथ (KAMALNATH) सरकार मुकर गई। लिखित में जवाब दिया कि कोई घोटाला नहीं हुआ। अब लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) आए तो दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) फिर वही आरोप दोहरा रहे हैं।
मेरे ऊपर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा: Digvijay Singh
भोपाल संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने कहा है कि भाजपा के शासनकाल में प्रदेश में जितने भी घोटाले हुए हैं, उनमें मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह और उनका परिवार शामिल रहा है। मैं भी 10 साल तक प्रदेश का मुख्यमंत्री रहा, लेकिन भ्रष्टाचार का एक भी आरोप मेरे ऊपर नहीं है। मैं इस मामले में शिवराज सिंह को खुले मंच पर बहस की चुनौती देता हूं। दिग्विजय सिंह गुरुवार को भोपाल में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने भोपाल से टिकट देने के लिए राहुल गांधी और कमलनाथ का आभार जताया।
विधानसभा में क्लीनचिट दे चुकी है सरकार
बता दें कि सीएम कमलनाथ ने सत्ता में आने के बाद शिवराज सरकार में हुए किसी भी घोटाले की जांच के आदेश नहीं दिए। शिवराज सिंह चौहान व उनके परिवार के लिए खिलाफ लगाए गए आरोपों में से किसी एक पर भी जांच के आदेश नहीं हुए। उल्टा कमलनाथ सरकार ने विधानसभा के अंदर लिखित जवाब में व्यापमं घोटाला, सिंहस्थ घोटाला, नर्मदा प्लांटेशन घोटाला इत्यादि को क्लीनचिट दे दी। हालांकि दिग्विजय सिंह ने इस पर आपत्ति की, परंतु सदन के बाहर आपत्ति या बयान का कोई महत्व नहीं। सदन में मौजूद दस्तावेजों में घोटालों से इंकार किया जा चुका है।