भोपाल। उमा भारती (Uma Bharati) का प्लान काम कर रहा है। अब तो वक्त भी उनके साथ है। झांसी से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) ना लड़ने का ऐलान करने के बाद जब उन्होंने यह कहा कि वो राजनीति (Politics) से सन्यास नहीं ले रहीं हैं तो लोग अर्थ निकालने की कोशिश कर रहे थे कि आखिर उमा के मन में क्या चल रहा है। कांग्रेस द्वारा दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद उमा भारती का प्लान बी सामने आ गया। वो जल्द ही मध्यप्रदेश में पुनर्स्थापित होंगी।
उत्साहित हैं उमा भारती, मप्र में भाजपा का प्रचार करेंगी / Uma Bharti is excited, will propagate BJP in MP,
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) को मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) से बाहर भेज दिया है। शिवराज सिंह भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे परंतु ईद (EID) की टोपी ने टांग अड़ा दी। अब मैदान खाली है। उमा भारती ने 'मौके पर चौका' जड़ दिया है। उमा ने गुरुवार को एक के बाद एक आठ ट्वीट कर कांग्रेस और दिग्विजय सिंह पर हमला बोला। उमा ने ट्वीट कर कहा कि यह तो बहुत अच्छा हुआ कि भोपाल की जनता के साथ इतना अन्याय करने वाले अब जनता के दरबार में पेश हो जाएंगे। अब भोपाल संसदीय क्षेत्र के नागरिक प्रचंड मतों से उन्हें हराकर अपना बदला चुकाएंगे।
चुनाव लड़कर नहीं, प्रचार करके ही दिग्विजय सिंह को हराउंगी / Elections do not fight, Hraungi only Digvijay Singh by promoting
उमा भारती ने सिलसिलेवार कई ट्वीट किए। उन्होंने लिखा- 'मैंने खबर देखी कि दिग्विजय सिंह जी के पुत्र एवं मेरे भतीजे जयवर्धन सिंह ने मुझे भोपाल से दिग्विजय सिंह जी के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी। उन्हें तो भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता भोपाल में ही चुनाव हरा देगा। इसलिए मैं भोपाल चुनाव लड़ने नहीं पर चुनाव प्रचार करने जरूर आउंगी एवं भोपाल की जनता को दिग्विजय सिंह जी की इन बातों का स्मरण कराउंगी।
टारगेट अरेरा हिल्स / Target Arora Hills
झांसी से लोकसभा चुनाव ना लड़ने का ऐलान करने के बाद जब उन्होंने यह कहा कि वो राजनीति से सन्यास नहीं ले रहीं हैं तो लोग अर्थ निकालने की कोशिश कर रहे थे कि आखिर उमा के मन में क्या चल रहा है। एक अनुमान था कि उमा भारती का टारगेट 'अरेरा हिल्स भोपाल' हो सकता है और आज उनके उत्साह ने इसे स्पष्ट कर दिया। मप्र में भाजपा के शीर्ष नेता का पद रिक्त है। शिवराज सिंह चौहान की टांग खींची जा चुकी है। दूसरे जितने भी दावेदार हैं उन्हे शिवराज सिंह चोटी तक पहुंचने नहीं देंगे। आरएसएस ने निर्णयों पर नियंत्रण ले लिया है। ऐसे में उमा भारती के लिए यह गोल्डन चांस है।