नई दिल्ली। इन दिनों देश भर में ऐसे कई रैकेट सक्रिय हैं जो सरकारी कर्मचारियों को हनीट्रैप का शिकार बना रहे हैं। इस गिरोह के लोग पहले सरकारी कर्मचारियों से पहचान बढ़ाते हैं फिर बहुत कम फीस में लड़की का प्रपोजल देते हैं। ज्यादातर कर्मचारी इनके जाल में फंस जाते हैं। वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग का सिलसिला जो एक बार शुरू होता है तो कर्मचारी को कंगाल करने तक जारी रहता है। ज्यादातर लोग अपना मान सम्मान बचाए रखने के लिए रैकेट के दवाब में उनकी मांग पूरी करते हैं परंतु पंजाब में एक शिक्षक ने ऐसे ही रैकेट का खुलासा किया है।
किस तरह हनीट्रेप में फंसाया गया
मामला पंजाब राज्य के होशियारपुर का है। पुलिस के अनुसार बहादरपुर इलाके का रहने वाला रमेश कुमार उर्फ लोटू जो गैस चूल्हे और स्टोव ठीक करने का काम करता था। उसी के मोहल्ले के रहने वाले एक सरकारी अध्यापक के साथ उसकी जान-पहचान थी। छह अप्रैल को उक्त अध्यापक ने लोटू से कॉलगर्ल की डिमांड की। लोटू दो लड़कियों को लेकर टीचर के घर पहुंचता है। एक कमरे में लोटू एक लड़की के साथ जबकि दूसरे कमरे में अध्यापक अन्य लड़की के साथ थे। इस बीच लोटू ने चुपके से घर के पीछे का दरवाजा खोल देता है। जब टीचर अनापत्तिजनक स्थिति में थे तभी अचानक लोटू की गैंग की महिला साथी मीना निवासी लाजवंती मोहल्ला और सुरिंदर कौर शिंदो वासी आर्दश नगर पिप्लावाला दो अन्य लड़के गुरजीत कुमार वासी राम नगर होशियारपुर और बलविंदर सिंह वासी सुंदर नगर होशियारपुर वहां पहुंच जाते हैं शिक्षक का वीडियो बना लेते हैं और ब्लैकमेल करते हुए पांच लाख की डिमांड करते हैं। अंत में मामला पांच हजार कैश और 95 हजार के सेल्फ चेक पर तय होता है लेकिन कुछ समय बाद उक्त अध्यापक को यह गिरोह दोबारा ब्लैकमेल करने लगा और चेक की बजाय सीधे कैश की मांग करने लगा। बाद में पुलिस ने अध्यापक की शिकायत पर ट्रैप लगाकर गिरोह के 8 मेंबर को गिरफ्तार कर लिया।
मामला दर्ज हुआ तो पिता का अपहरण कर लिया
जब लोटू समेत पांच लोगों को पुलिस ने 8 अप्रैल को गिरफ्तार किया तो मंगलवार 9 अप्रैल को सुबह जब अध्यापक ड्यूटी पर चला गया तो लोटू के दो बेटे गोविंद नंद उर्फ मनी और गौरवआनंद अपने दोस्त जसवीर सिंह के साथ मिलकर शिक्षक के घर गए और उसके पिता को किडनैप कर थाना सिटी से 50 मीटर की दूरी पर लेबर अड्डे पर ले आए। यहां स्थित सरकारी लाइब्रेरी में पिता को बिठाकर कहा कि वह अपने बेटे से राजीनामा का दबाव बनाए। पिता ने शिक्षक बेटे को वह एड्रेस बताया जहां उसे आना था लेकिन शिक्षक ने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी तो पुलिस ने मंगलवार को ट्रैप लगाकर ही लोटू के दोनों बेटे और व उसके दोस्त को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने लोटू, मीना, सुरिंदर कौर शिंदो, गुरजीत सिंह, पलविंदर सिंह, जसवीर सिंह, गोविंद नंद उर्फ मनी और गौरव आनंद को गिरफ्तार कर आईपीसी की धारा-389, 420, 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।