भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में नामांकन पर्चा भरने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह आयकर की छापामार कार्रवाई मुझे दबाने के लिए थी। वो मुझे दबाना चाहते थे लेकिन ऐसे छापों से कमलनाथ डरने वाला नहीं है। 40 साल के राजनीतिक जीवन में मुझे कोई दबा नहीं पाया।
मीडिया में चर्चा है कि कमलनाथ आयकर विभाग के इस छापे का जवाब शिवराज सिंह शासनकाल में हुए घोटालों की फाइल खोलकर देने का मन बना रहे हैं। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि शिवराज सिंह के शासनकाल में हर रोज कम से कम एक घोटाला हुआ है।
बता दें कि शनिवार 06 अप्रैल 2019 की रात 3 बजे से मध्यप्रदेश सहित दिल्ली और गोवा में आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई शुरु हुई थी जो मंगलवार 08 अप्रैल 2019 तक चली। आयकर विभाग की टीम ने कमलनाथ के निजी सचिव आरके मिगलानी, पूर्व ओएसडी प्रवीण कक्कड़, उनके एसोसिएट अश्विनी शर्मा एवं प्रदीप जोशी सहित कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी के यहां छापामार कार्रवाई की थी।