नई दिल्ली। फिल्म 'Avengers Endgame' ने बॉक्स-ऑफिस पर रिलीज होते ही धमाल मचा दिया है. दर्शकों को इस फिल्म का लंबे समय से इंतजार था. हालांकि इस फिल्म के क्लाइमेक्स को देखकर लोग अपने इमोशन्स पर कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ रहा है. सुनकर हैरानी होना लाजमी है लेकिन यह बात एकदम सच है. बता दें, ऐसा ही एक मामला चीन में देखने को मिला. जहां फिल्म देखने आई 21 साल की एक लड़की को तुरंत अस्पताल पहुंचाना पड़ा.
चीन में 21 साल की एक मार्वल फैन उनकी 'एवेंजर्स एंडगेम' देखने के लिए थियेटर पहुंचीं. लेकिन इस फिल्म का अंत देखकर वो अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सकी और इतना रोई कि उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. बताया जा रहा है कि यह लड़की 'हाइपरवेंटिलेशन' (Hyperventilation) सिंड्रोम से पीड़ित थी. आइए जानते हैं आखिर क्या है यह बीमारी, लक्षण और बचाव का तरीका.
क्या होता है हाइपरवेंटिलेशन / What is Hyperventilation-
हाइपरवेंटिलेशन एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति सामान्य समय की तुलना गहरी और तेज सांसे भरने और छोड़ने लगता है. यह किसी अटैक की तरह होता है. जिसमें व्यक्ति के ज्यादा सांस लेने की वजह से खून में से कार्बन डाइऑक्साइड का निष्कासन बढ़ जाता है. जिसकी वजह से रक्त में कार्बन डाइऑक्साइड का दबाव कम होने लगता है. यह स्थिति मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाएं संकुचित करने लगती है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं में और 15 से 55 वर्ष की आयु के लोगों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है.
हाइपरवेंटिलेशन के कारण / Reasons Of Hyperventilation
चिंता ,घबराहट और अत्याधिक तनाव हाइपरवेंटिलेशन का सबसे आम कारण है. नींद की कमी-दिल का दौरा- इस स्थिति में व्यक्ति का दिल ऑक्सीजन युक्त रक्त को पंप नहीं कर पाता है. जो कि हाइपरवेंटिलेशन का कारण बनता है.फेफड़ों से जुड़ी बीमारी जैसे अस्थमा, क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), पल्मोनरी एम्बोलिज्म फेफड़ों की कुछ सामान्य बीमारियां हैं जो क्रोनिक हाइपरवेंटिलेशन का कारण बनती हैं.
हाइपरवेंटिलेशन के मुख्य लक्षण / The main symptoms of Hyperventilation
चक्कर आना, उंगलियां, हाथ और मुंह के आस-पास सुन्न महसूस करना, छाती में दर्द, घबराहट और सांस की तकलीफ, सांसों की कमी, सूजन और पेट फूलना,शारीरिक कमजोरी महसूस करना
हाइपरवेंटिलेशन से बचाव / Avoiding Hyperventilation
इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति सबसे पहले अपनी सांसों को निंयत्रित करें. इसके लिए उसे हर 5 सेकंड में एक बार सांस लेने की कोशिश करनी चाहिए. इसके अलावा अपने होठों को ऐसे रखें जैसे कि आप सीटी बजा रहे हों. ऐसा करते हुए सांस लेने की कोशिश करें. तीसरा, अपनी नाक के एक छेद को बंद करके दूसरे नथुने से सांस लें. इन श्वास तकनीकों का उद्देश्य आपके रक्त में अधिक कार्बन डाइऑक्साइड का संचार करना है. बावजूद इसके अगर हाइपरवेंटिलेशन की स्थिति 30 मिनट तक बनी रहती है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें.