भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में नकली नोट छापे जा रहे हैं। यहां से इंदौर, सागर सहित कई शहरों में सप्लाई किए जा रहे हैं। दूसरे शहरों में ये नोट पकड़े भी जा रहे हैं परंतु भोपाल पुलिस नकली नोटों की प्रिटिंग प्रेस की तलाश तक नहीं कर रही है। बदमाश भोपाल के ही बैंकों तक में नकली नोट जमा करा रहे हैं परंतु इस रैकेट तक पुलिस कभी पहुंचती ही नहीं।
इंदौर और सागर में पकड़े गए, पुलिस रिकॉर्ड में बयान भी दर्ज
जानकारी के अनुसार इस माह की शुरुआत में बैरागढ़ के दो व्यापारियों को इंदौर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह बैरागढ़ से नकली नोट छापकर इंदौर के बाजारों में चला रहे थे। पचास और सौ के दस हजार के नकली नोट जब्त किए गए थे। इसके बाद इंदौर पुलिस ने भोपाल में कार्रवाई की और उनका पूरा सेटअप साथ लेकर रवाना हो गई। इसी तरह से सागर पुलिस ने अशोकागार्डन में रहने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया। वह सागर में नकली नोट चला रहे थे।
भोपाल पुलिस कोई एक्शन ही नहीं ले रही
इंदौर और सागर में नकली नोटों की खेप पकड़ने के बाद भोपाल पुलिस खामोश है। पुलिस ने इस नकली नोटों के रैकेट को तोड़ने के लिए उन स्थानों का दौरा तक नहीं किया जहां नकली नोट छापे जा रहे थे। यह हाल तब है जबकि इसके लिए क्राइम ब्रांच का पूरा सेटअप है। हर थाने की क्राइम स्क्वॉड काम कर रहीं हैं। बावजूद इसके नकली नोटों को छापने वालों की जानकारी नहीं मिल पा रही है।
बैंकों में नकली नोट जमा करा जाते हैं
बीते एक साल में नकली नोट छापने का बड़ा खुलासा नहीं हो पाया है। हालांकि ऐशबाग में पचास के नोट स्कैनर से छापने वालों को पकड़ा गया था। एसबीआई ने भी एक करोड़ के नकली नोट जमा होने की रिपोर्ट एमपी नगर थाने में कराई थी लेकिन अब आलम यह है दूसरे शहरों में नकली नोट पकड़े जाते हैं तब पता चलता है कि वे वे नोट भोपाल में छपे थे।
जल्द ही बड़ा खुलासा करेंगे
भोपाल में नकली नोट छापने वाले कुछ अन्य जिलों में पकड़े गए हैं। उनकी जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच और थानास्तर पर अलर्ट कर जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही इस दिशा बड़ा खुलासा करेंगे।
इरशाद वली, डीआईजी भोपाल