भोपाल। लोकसभा चुनाव 2019 में भोपाल सीट से भाजपा का प्रत्याशी कौन होगा, इसका जवाब तो 'कौन बनेगा करोड़पति' के सवालों से भी मुश्किल हो गया है पंरतु संघ के अंदर से खबर आ रही है कि हिंदू ब्रांड उमा भारती को चुनाव लड़ने के लिए मना लिया गया है।
बता दें कि उमा भारती ने अमित शाह से मनमुटाव के चलते 2019 का लोकसभा चुनाव ना लड़ने का ऐलान कर दिया था। यह पहली बार है जब उमा भारती पूरे 5 साल मंत्री पद पर रहीं परंतु इस दौरान उन्हे जो कुछ करना पड़ा, उसके चलते उमा भारती की पहचान ही लुप्त हो गई थी। फिलहाल उमा भारती झांसी से सांसद हैं। उनके फैसले पर किसी ने आपत्ति भी नहीं जताई थी। कोई आग्रह, मनुहार जैसा कुछ नहीं था।
लेकिन भोपाल में कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह का नाम सामने आते ही संघ के पदाधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आने लगीं थीं। आलोक शर्मा, वीडी शर्मा, आलोक संजर जैसे नामों पर तो विचार ही नहीं किया गया। संघ को एक हिंदू ब्रांड चाहिए था। प्रज्ञा सिंह ठाकुर का नाम चला परंतु अमित शाह की टीम राजी नहीं थी। अंतत: उमा भारती को मनाने का सिलसिला शुरू हुआ और अब खबर आ रही है कि उमा भारती ने रजामंदी दे दी है।