भोपाल। 'दिग्विजय सिंह फंसता नहीं फंसाता है' और इस तरह के मर्दाना बयान दे रहे भोपाल लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह प्रज्ञा सिंह ठाकुर के भाजपा ज्वाइन करते ही चुप हो गए। जब टीवी पत्रकारों ने प्रज्ञा सिंह के बारे में प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया और कहा कि मैं प्रज्ञा ठाकुर पर कुछ नहीं कहूंगा।
दिग्विजय और प्रज्ञा सिंह की पुरानी दुश्मनी है
कहने को तो दिग्विजय सिंह और प्रज्ञा सिंह ठाकुर दोनों क्षत्रिय समाज से आते हैं परंतु दोनों के बीच काफी पुरानी दुश्मनी है। छात्र राजनीति में रहते हुए प्रज्ञा सिंह ने अपनी सभाओं में दिग्विजय सिंह पर काफी हमले किए। दिग्विजय सिंह ने इसका जवाब मालेगांव बम ब्लास्ट मामले में दिया। प्रज्ञा सिंह का आरोप है कि दिग्विजय सिंह के कहने पर उनका नाम मालेगांव बम ब्लास्ट में घसीटा गया।
क्या दिग्विजय सिंह की नई इमेज काम आएगी
अब जबकि प्रज्ञा सिंह ठाकुर लोकसभा चुनाव में दिग्विजय सिंह के सामने आ गईं हैं तो सवाल उठता है कि क्या दिग्विजय सिंह का वो सारा परिश्रम काम आएगा जो उन्होंने पिछले कुछ दिनों में किया है। वो सीना तानकर नर्मदा परिक्रमा का वर्णन करते हुए भाजपा का चुनौती देते हैं परंतु क्या महामंडलेश्वर प्रज्ञा सिंह को इस तरह की कोई चुनौती दे पाएंगे।