भोपाल। मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से भाजपा अब तक केवल 18 प्रत्याशी ही घोषित कर पाई है। गुटबाजी में उलझी भाजपा को अभी 11 और सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने हैं। इनमें भोपाल, इंदौर और विदिशा जैसी हाईप्रोफाइल सीटें भी शामिल हैं। साथ ही रतलाम, छिंदवाड़ा, ग्वालियर, गुना, सागर, देवास, धार और खजुराहो पर भी भाजपा अब तक प्रत्याशी नहीं घोषित कर पाई है। आज भाजपा ने अधिकृत प्रत्याशियों की 14वीं लिस्ट भी जारी कर दी परंतु मध्यप्रदेश का एक भी नाम शामिल नहीं था।
भाजपा ने होशंगाबाद से राव उदय प्रताप सिंह, टीकमगढ़ से वीरेंद्र कुमार खटीक, सतना से गणेश सिंह, मंडला से पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, खंडवा से नंदकुमार सिंह चौहान, मंदसौर से सुधीर गुप्ता, दमोह से प्रहलाद पटेल, रीवा से जनार्दन मिश्रा और सीधी से रीति पाठक का नाम यथावत रखा है।
पार्टी ने चार संसदीय क्षेत्रों भिंड, बैतूल, शहडोल और उज्जैन पर नए चेहरों को मौका दिया है। भिंड सीट से भागीरथ प्रसाद का टिकट काट दिया गया है। यहां से संध्या राय प्रत्याशी होंगी। उज्जैन से चिंतामण मालवीय की जगह तराना से पूर्व विधायक अनिल फिरोजिया को मैदान में उतारा है।
अपने जाति प्रमाणपत्र को लेकर विवादों में रहीं बैतूल सांसद ज्योति धुर्वे को भी इस बार मौका नहीं दिया गया है। उनके स्थान पर पार्टी ने दुर्गादास उइके पर दांव खेला है। शहडोल से पार्टी ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं हिमाद्री सिंह को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी ने यहां से मौजूदा सांसद ज्ञान सिंह का टिकट काट दिया है। इसके चलते यहां बगावत हो रही है।